चीन अक्‍सर ही अपने नायाब कामों वजह से चर्चा में रहता है. इसलिए इसबार चर्चा है कि चीन ने बिजली उत्पन्न करने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है. उसने अपनी करेंसी को ही जलाना शुरू कर दिया है. चीन के सेंट्रल बैंक ने प्रदूषण पर रोक लगाने और बिजली उत्पादन के लिए हो रहे कोयले के इस्तेमाल को कम करने के लिए यह अनोखा कदम उठाया है.


प्रदूषण होगा कमबढते प्रदूषण से परेशान चीन के सेंट्रल बैंक ने प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए पावर कंपनी को कुछ निर्देश दिए हैं. जिसमें बिजली उत्पादन के लिए हो रहे कोयले के इस्तेमाल को कम करने का निर्देश देते हुए कहा है कि इसकी जगह पर अब नोटों का प्रयोग किया जाएगा. सेंट्रल बैंक के इस आदेश के बाद से अब यहां पर पहली दफा बैंकों में पड़े गंदे नोट को जलाकर बिजली पैदा की जा रही है. सेंट्रल बैंक का मानना है कि पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिहाज से यह बिल्कुल सही कदम है.रद्दी बन चुके टनों नोट
गौरतलब है कि सेंट्रल चीन के हेनान प्रांत स्थित लूयांग सिटी की एक कंपनी ने हाल ही में पावर प्रोडक्शन के लिए बैंकों में इस्तेमाल कर छोड़ दिए गए गंदे व फटे पुराने नोट्स का इस्तेमाल किया. सेंट्रल बैंक के निर्देश के बाद कंपनी ने जैसे ही यह कदम उठाया और इसकी जानकारी हुई तो चीन में जैसे हलचल सी मच गई. उल्लेखनीय है कि रद्दी बन चुके एक टन से भी ज्यादा नोट्स की मदद से 660 किलोवाट इलेक्ट्रिसिटी पैदा किया जा सकता है. यह पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिहाज से भी सही है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh