- सर्किट न बढ़ाने को आई थी 33 आपत्तियां, डीएम ने सभी की सुनवाई की

-15 सदस्यों के साथ डीएम ने विचार-विमर्श करने के बाद सुनाया निर्णय

बरेली: शहर में नए सर्किल रेट बढ़ाने पर वेडनसडे को देर रात तक मंथन हुआ। फिर बाजार की स्थिति और लोगों की सहूलियत के मद्देनजर डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने अहम फैसला लिया। उन्होंने इस बार कहीं भी सर्किल रेट नहीं बढ़ाने के निर्णय सुनाया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने भी रियल स्टेट के कारोबार की स्थिति को सामने रखते हुए इजाफे के खराब प्रभाव को प्रशासन के सामने रखा था। आखिरकार एक बार फिर डीएम ने सर्किल रेट में इजाफे के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया। रात में ही फाइल निबंधन कार्यालय को भेज दी गई।

डीएम ने सुनी आपत्तियां

नए सर्किल रेट पर आई आपत्तियों की सुनवाई वेडनसडे को कलेक्ट्रेट सभागार में सुबह हुई। इस पर कुल 33 आपत्तियां आई थी। सुनवाई में लगभग 15 लोग मौजूद रहे। डीएम ने स्वयं इन आपत्तियों को सुना। एडीएम फायनेंस मनोज पांडेय ने बताया कि डीएम ने आपत्ति सुनने के बाद निबंधन कार्यालय के अफसरों को निर्देशित किया। वह सभी आपत्तियों के निस्तारण की लिखित आख्या तैयार करें, जिसमें स्पष्ट रूप से बताएं कि किस आधार पर जमीन का रेट बढ़ेगा या कम होगा।

20 परसेंट बढ़ने थे सर्किल रेट

डीएम ने नए सर्किल रेट के निर्धारण के लिए अंतिम निर्णय के लिए कैंप कार्यालय पर वेडनसडे रात आठ बजे बैठक बुलाई। बैठक में डीआइजी स्टांप, एआइजी स्टांप, सभी रजिस्ट्रार आदि को बुलाया। देर रात तक मंथन का दौर चला। फिर डीएम ने सर्किल रेट नहीं बढ़ाने का निर्णय दिया। इससे पहले पांच से 20 परेसेंट रेट बढ़ने की संभावना थी।

मिली जनता को बड़ी राहत

क्रेडाई अध्यक्ष ने भी बाजार की स्थिति का हवाला देकर रेट बढ़ाने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने इसको कम करने की मांग की थी, जिससे राजस्व बढ़ सके। अफसरों ने ऐसी सभी आपत्तियों को ध्यान में रखकर रेट तो नहीं घटाए, लेकिन प्रस्तावित मूल्य वृद्धि को भी स्वीकृत नहीं कर जनता को बड़ी राहत दी है।

जनहित और राज्यहित को देखकर सर्किल रेट नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। बाजार में वाजिब दाम होने से लोग खरीद को उत्साहित होंगे, जिससे राजस्व भी बढ़ेगा।

-वीरेंद्र कुमार सिंह, डीएम

Posted By: Inextlive