देश की दिग्‍गज कार कंपनियों टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी समेत 14 कार कंपनियों को CCI की तरफ से तगड़ा झटका लगा है. कॉम्पिटिशन कमिशन ऑफ इंडिया CCI ने उन पर 2544.64 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.

रुतबे का गलत इस्तेमाल
14 कार कंपनियों पर दबदबे का गलत फायदा उठाने के लिये कॉम्पिटिशन कमीशन ने 2544.64 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इन कंपनियों में मारुति, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा का भी नाम है. इन कंपनियों पर ऑटो पार्ट्स के हाई रेट लेने का आरोप लगा है. यही नहीं CCI ने यह भी आरोप लगाया है कि इन कंपनियों ने अपने दबदबे का गलत फायदा उठाते हुये स्पेयर पार्ट्स मार्केड को डेवलप होने से रोका. CCI के मुताबिक कंपनियों के दबदबे के गलत इस्तेमाल से करीब 2 करोड़ यूजर्स पर असर पड़ा है क्योंकि कार कंपनियों ऑटो पार्ट्स की ऊंची कीमत लेती हैं. कंपनियों को अब स्पेयर पार्ट्स खुले बाजार में बेचने का निर्देश दिया गया है. जिन कंपनियों पर जुर्माना लगा है, उनमें मारुति सुजुकी, एम एंड एम, मर्सिडीज बेंज, निसान मोटर्स, होंडा, फोक्सवैगन इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर, बीएमडब्ल्यू, फिएट, हिंदुस्तान मोटर्स, टाटा मोटर्स के नाम शामिल हैं.
क्या है CCI का कहना
CCI के पूर्व डायरेक्टर जनरल अमिताभ कुमार का कहना है कि CCI के ऑर्डर को देखना होगा कि इसमें कंपनियां किस हद तक शामिल हैं. हालांकि CCI ने यह नहीं कहा है कि कंपनियां कार्टल बनाकर काम कर रही थीं. कार खरीदने के बाद कस्टमर्स को उसी कार के पास जाना पड़ता था क्योंकि और कहीं उस कार के स्पेयर पार्ट्स नहीं मिलते थे. आपको बता दें कि CCI के ऑर्डर से कार कंपनियों की बैलेंसशीट पर निगेटिव इफेक्ट पड़ेगा. लेकिन ऑटो कंपनियां CCI के इस आदेश को कोर्ट में चुनौती दे सकती हैं. CCI के ऑर्डर से कस्टमर्स पर अच्छा असर पड़ेगा.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari