अव्यवस्था की भेंट चढ़ गयी सीजीएल 2016 दोनों टीयर की परीक्षाएं

सभी परीक्षाए ऑनलाइन करवाने के एसएससी के प्लान को लगा झटका

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: ऑनलाइन एग्जाम करवाना समय की डिमांड है। नकल पर रोक और पर्चा आउट जैसे प्रकरण पर लगाम लगाने के लिये इसको लेकर सभी भर्ती आयोग, बोर्ड और शिक्षण संस्थायें गंभीर हैं। लेकिन स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन के लिए कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल 2016 के दोनों टीयर में ऑनलाइन एग्जाम का प्रयोग अव्यवस्था के चलते बुरे सपने की तरह रहा। एग्जाम के प्रतिभागी प्रतियोगी पूरी परीक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।

पहली परीक्षा में ही हो गये फ्लाप

गौरतलब है कि एसएससी की परीक्षाओं में हाईटेक तरीके से नकल और पर्चा लीक होने के कई तरह के प्रकरण सामने आ चुके हैं। जिसके बाद एसएससी ने कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम 2016 को ऑनलाइन मोड में कंडक्ट करवाने का फैसला किया। इसकी टीयर वन की परीक्षा को भी ऑनलाइन कंडक्ट करवाया गया था। उस समय भी यह देखने में आया कि कई परीक्षा केन्द्रों पर टेक्निकल प्रॉब्लम समेत दूसरी तरह की दिक्कतें देखने को मिली और खूब हंगामा हुआ। बहरहाल, जैसे तैसे परीक्षा तो निपट गई। लेकिन परीक्षा में हुई अव्यवस्था से जुड़े सवाल जस के तस बने रहे।

दांव पर लगा नौकरी का सपना

वहीं अब 30 नवम्बर से शुरू हुई सीजीएल टीयर टू की परीक्षा में भी वैसे ही हालात देखने को मिले। गौर करने वाली बात यह रही कि टीयर वन में जहां परीक्षार्थियों की तादात तकरीबन 38 लाख के आसपास थी। वहीं टीयर टू में यह संख्या प्रत्येक दिवस में एक लाख के भीतर ही थी। फिर भी कमीशन को परीक्षा कंडक्ट करवाने में पसीना आ गया। ऑनलाइन परीक्षा के दौरान सर्वर प्रॉब्लम से आयोग और परीक्षार्थी उबर नहीं सके। इससे पहले दिन की परीक्षा के बाद देशभर में 13 केन्द्र की परीक्षा को निरस्त करना पड़ गया। हालांकि, सैकड़ों परीक्षार्थी इससे संतुष्ट नहीं हैं। अलग अलग केन्द्र के परीक्षार्थियों ने आयोग में भेजी गई कंपलेन में परीक्षा खराब होने का हवाला देकर संबंधित केन्द्र की परीक्षा को कैंसिल करने की मांग की है।

व्यापक तैयारियों के चलते अटका

मालूम हो कि एसएससी का प्लान अपनी सभी मल्टीपल च्वाईस बेस परीक्षाओं को ऑनलाइन मोड में कंडक्ट करवाने का है। इसमें कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल, जूनियर इंजीनियर समेत कई परीक्षायें शामिल हैं। लेकिन पहले ही प्रयोग में आयोग को जो झटका लगा है। उसने भविष्य की योजना पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। ज्ञातव्य हो कि एसएससी के अलावा उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन, यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन, माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के एजेंडे में भी ऑनलाइन एग्जाम का कांसेप्ट शामिल है। लेकिन व्यापक तैयारियों के मद्देनजर ये इनमें से कोई भी भर्ती संस्था अभी तक अपने एजेंडे को अमली जामा नहीं पहना सकी है।

एयू में भी हो चुका है बवाल

बता दें कि इससे पहले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में भी सेशन 2016-17 में ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा को लेकर काफी बवाल हो चुका है। एयू के वीसी प्रो। आरएल हांगलू ने यूजी, पीजी, लॉ, क्रेट समेत सभी परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने का निर्णय किया था। लेकिन छात्रों के भारी विरोध के बाद वीसी को अपना फैसला बदलना पड़ा और यूजी को छोड़कर बाकी सभी परीक्षाओं में ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन एग्जाम का आप्शन देना पड़ा। हालांकि, कुछ एग्जाम्पल ऐसे भी हैं। जहां ऑनलाइन एग्जाम को अच्छे तरीके से करवाया गया। इसमें कुछ समय पहले रेलवे ने देशभर में 96 लाख परीक्षार्थियों का ऑनलाइन एग्जाम सफलतापूर्वक करवाकर इतिहास रचा था। वहीं आईआईटी और आईआईएम की प्रवेश परीक्षायें भी ऑनलाइन ही होती हैं।

देशभर में परीक्षा को अच्छी तरह से कंडक्ट करवाने की पूरी कोशिश की गई। यह बात सही है कि सर्वर प्रॉब्लम के चलते परीक्षार्थियों को परेशानी उठानी पड़ी। लेकिन, जहां-जहां भी समस्या आई। वहां की परीक्षाओं को तत्काल कैंसिल भी कर दिया गया। पेन एंड पेपर लेस एग्जाम करवाना कमीशन के एजेंडे में शामिल है। इसमें हम कामयाब रहे हैं।

राहुल सचान,

डायरेक्टर एसएससी सेंट्रल रीजन इलाहाबाद

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