बिहार के मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी ने हाल ही में अपनी जनसभा में सवर्णों को विदेशी नागरिक और आर्यों की संतानें कहा था. इसके बाद बीजेपी समेत कई दलों ने इस बयान की घनघोर निंदा की थी. लेकिन कांग्रेस ने बाकि पार्टियों से एक कदम आगे जाकर मांझी पर स्‍थानीय कोर्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया है.


कांग्रेस ने किया जोरदार हमलाकांग्रेस ने बिहार मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के ऊपर रोसड़ा सिविल कोर्ट के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के समझा अभियोग पत्र दायर किया है. इसके साथ ही बेतिया निवासी संजय कुमार मिश्र ने सीजेएम कोर्ट में मांझी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. इसकी सुनवाई अगले महीने दस दिसंबर को करना तय किया गया है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मांझी ने अपनी बेतिया रैली में ही सर्वणों को विदेशी नागरिक बताया था. इसके बाद समस्तीपुर के हसनपुर प्रखंड के कांग्रेस प्रवक्ता विजय मिश्रा ने मामले में आगे बढ़ते हुए बिहार सीएम के ऊपर मुकदमा दायर करवाया है. क्या बयान दे डाला मांझी ने


बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी बेतिया रैली के दौरान देश की सवर्ण जातियों को आर्यों की संतानें कहा था. मांझी ने इसके साथ ही कहा कि दलित और आदिवासी वर्ग के लोगों को इस देश का मूल निवासी बताया. उन्होंने कहा कि इस वर्ग के लोगों को राजनैतिक रूप से जागरुक होकर बिहार में सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी चाहिए. मांझी के यह बयान देते ही राजनैतिक बयानबाजी तेज हो गई है. बीजेपी ने की कड़ी निंदा

बीजेपी ने बिहार सीएम के इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस बयान से बिहार में जातीय संघर्ष के बढ़ावा मिलेगा. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सीएम की आलोचना करते हुए कहा कि इससे बिहार में जातीय संघर्ष फैलेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा मांझी ने इससे पहले भी ऐसे बयान दिए हैं जिससे सामाजिक विभाजन हो.पहले भी दिए विवादित बयानबिहार के सीएम ने इससे पहले भी विवादित बयान देकर राजनैतिक सरगरमियां बढ़ाई हैं. इससे पहले मधुबनी में आयोजित कार्यक्रम में बिहार सीएम ने कहा था कि एक बार वह मंदिर गए थे तो उसके बाद मंदिर को धुल दिया गया था. लेकिन बाद में उनकी ही पार्टी के दो नेताओं ने इस बात को झूठ बताया था.

Hindi News from India News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra