अगर यूपी पंजाब और उत्तराखंड समेत पांच विधानसभा चुनावों में जीते उम्मीदवारों पर नजर डालें तो यही बात सामने आती है कि दागी विधायकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पांच राज्यों में चुने गए विधायकों में से एक-तिहाई विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश के एमएलए हैं.


उत्तर प्रदेश में निर्वाचित 403 विधायक में से 189 यानी 47% के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं. साल 2007 के मुकाबले 12% की वृद्धि है. इनमें से 98 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा आपराधिक मामले वाले तीन विधायकों में हैं- समाजवादी पार्टी के बीकापुर से मित्रसेन यादव, जसराना से रामवीर सिंह और सकलडीहा के निर्दलीय सुशील सिंह. मित्रसेन पर 36 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 14 हत्या से जुड़े हैं. सुशील के खिलाफ दर्ज 20 मामलों में 12 हत्या से जुड़े हैं. रामवीर के खिलाफ हत्या के 8 सहित 18 मामले दर्ज हैं. जिन 38 विधायकों पर हत्या के मामले चल रहे हैं, उनमें समाजवादी पार्टी के 18, बीजेपी के दो, बीएसपी के 5 और आठ निर्दलीय शामिल हैं.यूपी की नई विधानसभा की तस्वीर-403 कुल सीटें-189 विधायकों पर क्रिमिनल केस दर्ज है

Posted By: Kushal Mishra