सोमावार सुबह 8 बजे अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में हामिद कजरई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पूर्वी गेट के पास एक आत्मघाती कार बम हमला हुआ। शुरुआती जांच के बाद ऐसा लग रहा है कि हमला विदेशी सैन्य टुकड़ी के काफिले को निशाना बनाकर किया गया था। इस हमले में कई लोगों के मारे जाने की सूचना है। हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। अफगानिस्तान सरकार ने धमाके की आधिकारिक पुष्टि कर दी है।


किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी समूह ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमला ऐसे समय हुआ जब तालिबान ने सरकारी और विदेशी लक्ष्यों पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। काबुल के उप पुलिस प्रमुख गुल आगा रूहानी ने बताया कि विस्फोट काबुल हवाईअड्डे के पास हुआ है। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने ट्विटर पर कहा कि आज हुए कार बम विस्फोट में एक असैन्य व्यक्ति की मौत हो गई और चार असैन्य लोग घायल हो गए।मोदी के देश लौटने के चार दिन बाद हुआ हमला


हमला पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के काबुल यात्रा के एक दिन बाद हुआ। शरीफ तालिबान के साथ ताजा शांति वार्ता के लिए आधार तैयार करने के मकसद से आए थे। गौरतलब है कि बीते 24 दिसंबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काबुल का दौरा किया था। पाकिस्तान ने जुलाई में पहले दौर की वार्ता कराई थी लेकिन बातचीत तब थम गई जब विद्रोहियों ने अपने नेता रहे मुल्ला उमर की मौत की विलंब से पुष्टि की।तालिबानी कर रहे अफीम की खेती पर कब्जा

अफगान बल दक्षिणी हेलमंद प्रांत में अफीम की प्रचुर पैदावार करने वाले सांगिन जिले के एक बड़े इलाके से तालिबानियों को खदेड़ने की कोशिशों में लगा हैं। तालिबानियों ने अफीम की पैदावार करने वाले इस क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि अधिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए तालिबान के हमलों में तेजी शांजि वार्ता के दौरान अधिक फायदा हासिल करने के लिए तालिबानियों की कोशिशों को दर्शाती है।

Posted By: Prabha Punj Mishra