-पोस्ट ऑफिस के सस्पेंडेड स्टाफ ने ही पुलिस को दी सूचना

-वंशी नगला में रिश्तेदार के घर छुपा था डिप्टी पोस्ट मास्टर

BAREILLY: हेड पोस्ट ऑफिस में करोड़ों का घोटाला करने वाले डिप्टी पोस्ट मास्टर (खजांची) वाई के शर्मा को कोतवाली पुलिस ने ट्यूजडे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। उसे हेड पोस्ट ऑफिस के सस्पेंड चल रहे कर्मचारियों ने ही पुलिस को सूचना देकर गिरफ्तार कराया है। पुलिस पूछताछ में उसने हेड पोस्ट ऑफिस के तीन अधिकारियों पर भी मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। इन अधिकारियों पर डिपार्टमेंटल जांच में भी सस्पेंशन की तलवार लटक रही है।

22 फरवरी को दर्ज हुई थी एफआईआर

बता दें कि हेड पोस्ट ऑफिस में चेक में खेल कर घोटाले का मामला पकड़ में आया था। जिसमें सबसे पहले खजांची के पद पर तैनात डिप्टी पोस्ट मास्टर ने अपने बेटे के अकाउंट में साढ़े 12 लाख रुपए के दो चेक जमा कर दिए थे। उसने गलत नाम से चेक जारी कर कैंसिल करने के बाद जीरो नंबर के चेक काटकर यह खेल किया था। जब मामला खुला था तो 22 फरवरी को कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद तीन अन्य बाबुओं को भी सस्पेंड कर दिया गया था।

तीन लोगों के बयान में दिए नाम

पुलिस इस मामले में आरोपी डिप्टी पोस्ट मास्टर की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। जब इस मामले में तीन अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई तो उन्होंने किसी तरह से वाईके शर्मा से फोन पर संपर्क किया। वह वंशीनगला में अवधेश के यहां 10 दिन से रह रहा था। अवधेश ने बताया कि वाईके शर्मा उसके बहनोई ज्ञान प्रकाश के भाई हैं। ज्ञान प्रकाश स्कूल में टीचर हैं। पुलिस पूछताछ में वाई के शर्मा ने बताया कि उसे चेक कैंसिल कर जीरो वैलेंस करने का खेल सहयोगी डिप्टी पोस्ट मास्टर ने सिखाया था। इस मामले में दो सीनियर अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है और जिन लोगों के नाम बताए हैं उसकी जांच की जाएगी। बाईके शर्मा का कहना है कि इस घपले में कई लोग शामिल हैं। जब वाईके शर्मा को कोतवाली लाया गया तो सस्पेंड चल रहा स्टाफ भी पहुंच गया। उनकी वाईके शर्मा से काफी देर बहस भी हुई और कहा की जो सच हो वह वही बोले।

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दिल्ली की टीम भी नहीं पकड़ सकी हेड पोस्ट ऑफिस में करोड़ों का गबन

- एसएसपीओ पर भी लटकी निलंबन की तलवार

हेड पोस्ट ऑफिस में हुए करोड़ों रुपए का गबन का मामला दिल्ली की ऑडिट टीम भी नहीं पकड़ सकी। जबकि, गबन किए जाने के बाद दिल्ली और लखनऊ की टीम ने ऑडिट किया था। इतना ही नहीं हेड पोस्ट ऑफिस में एसएसपीओ के पद पर तैनात रामेश्वर दयाल ने भी दो बार अकाउंट से जुड़े डॉक्यूमेंट्स खंगाले थे। फिर भी अकाउंट सेक्शन में तैनात डिप्टी पोस्टमास्टर वाईके शर्मा ने करोड़ों रुपए का गबन कर डाला। इस मामले में अब तक आधा दर्जन कर्मचारियों की गर्दन फंस चुकी है। वहीं एसएसपीओ रामेश्वर दयाल पर भी निलंबन की तलवार लटक चुकी है।

पीएनटी और डीएपी ऑडिट में भी खेल

वर्ष 2016 में डायरेक्टर ऑफ पोस्टल (डीएपी) और अगस्त 2017 में पोस्टल एन टेलीग्राफ (पीएनटी) ऑडिट हुआ था। दिल्ली और लखनऊ की संयुक्त टीम ने पीएनटी ऑडिट किया था। वहीं वर्ष में कम से कम दो बार अकाउंट से जुड़े डॉक्यूमेंट चेक करने की जिम्मेदारी एसएसपीओ की होती है। फिर भी करोड़ों रुपए गबन के मामले को टीम नहीं पकड़ सकी। जिससे शक की सुई ऑडिट टीम और एसएसपीओ की ओर भी घूम गई है।

एक करोड़ से ऊपर का गबन

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एसएसपीओ रामेश्वर दयाल का निलंबन तय है। क्योंकि, पूरी जिम्मेदारी इन्हीं की बनती है। गबन के मामले में डिप्टी पोस्टमास्टर वाईके शर्मा समेत 6 लोगों को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। वाईके शर्मा ने गबन का खेल बड़े ही शातिर तरीके से किया है। वाईके शर्मा जो भी चेक काटते थे उसे सिस्टम में जीरो बैलेंस दिखाते थे। जबकि, चेक पर अच्छा-खासा अमाउंट दर्शाया जाता था। दो चेक 12.50 लाख और 11 चेक 89 लाख रुपए के बेटे आकाश शर्मा और पत्नी संगीता शर्मा के नाम काटे गए हैं।

.तो पहले ही पकड़ में आ जाता मामला

वाईके शर्मा जो भी चेक काटते थे उनका रजिस्टर मेंटेन करने की जिम्मेदारी हेड खजांची उमेश बाबू की थी। मसलन कितने चेक काटे गए, कितने का क्लियरेंस हुआ, कितने चेक क्लियर नहीं हुए आदि। लेकिन उमेश बाबू ने कभी रजिस्टर मेंटेन ही नहीं किया। वहीं सब पोस्ट ऑफिस में चेक डिस्ट्रिब्यूट करने की जिम्मेदारी पीए सब अकाउंट राकेश अग्रवाल की थी। वहीं बैंक से आने वाले स्क्रॉल की जांच की जिम्मेदारी सुपरवाइजर लेखाकार दिनेश शर्मा, सुपरवाइजर उपलेखा टीएस शर्मा, लिपिक नवनीत कौर की थी। काम में लापरवाही बरतने पर इन सभी कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है।

इन पर गिर चुकी गाज

- वाईके शर्मा, डिप्टी पोस्टमास्टर।

- उमेश बाबू, हेड खजांची।

- टीएस शर्मा, सुपरवाइजर,उपलेखा।

- राकेश अग्रवाल, पीए, उपलेखा।

- नवनीत कौर, लिपिक।

- दिनेश शर्मा, सुपरवाइजर, लेखाकार।

Posted By: Inextlive