भारत में भले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की प्रशंसा हो लेकिन विदेशो में उनके काम करने का अंदाज कुछ खास छाप नहीं छोड़ पाया है. शायद इसीलिए हाल ही में प्रधानमंत्री ब्रिटेन की मशहूर मैगजीन 'द इकोनॉमिस्ट'के पैमाने पर खरे नहीं उतर पाए हैं. जिससे 'द इकोनॉमिस्ट' ने उनकी बैंड बजाते हुए उनकी एक कॉमेडियन पिक्‍चर छापी है.


कट्टरता रोक पाने में फेलजानकारी के मुताबिक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में अपने काम करने के तरीके और देश को व्यापक स्तर पर बढा़ने के लिए मशहूर हैं, लेकिन ये क्या विदेश यात्रा पर जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम के तरीके विदेशों में नहीं पसंद किए जा रहे हैं. इसका ताजा उदाहण हाल ही में ब्रिटेन की मशहूर मैगजीन 'द इकोनॉमिस्ट' ने दिया है. हालांकि इस मैगजीन ने भविष्य में भारत के उज्जव भविष्य की ओर इशारा किया है, लेकिन साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बैंड बजाया है. मैगजीन के मुताबिक मोदी देश में कट्टरता को रोक पाने में फेल हो गए हैं. वह कट्टर हिंदुओं को संभालने में नाकाम साबित हुए. इतना ही नहीं पीएम मोदी हमेशा एक ही बात सोचते हैं कि देश को सिर्फ एक ही व्यक्ित नरेंद्र दामोदरदास मोदी ही बढा सकते हैं.
रफ्तार कुछ खास नही रही


मैगजीन ने मोदी को 'वन मैन बैंड' की संज्ञा देते हुए उनकी पिक्चर को ढेर सारे म्यूजिक इंस्ट्रुमेंट लिए हुए छापा है. इतना ही नहीं मैगजीन ने उनकी सोच के स्तर पर भी लिखा है. मैगजीन के मुताबिक मोदी ने आज भी एक प्रधानमंत्री जैसा नहीं बल्िक एक राज्य के मुख्यमंत्री जैसा ही सोचते हैं. मोदी जब पीएम बने थे तो लगा था कि जैसा वह चुनाव के समय नारा दे रहे थे वैसा ही करेंगे, लेकिन उनकी रफ्तार कुछ खास नही रही. हालांकि साथ ही इस ओर भी इशारा किया है कि मोदी के मन में अपने देश के लिए बड़ी आकांक्षाएं है और इसके लिए उनमें  काफी आत्मविश्वास भरा है. जिसका असर दुनिया में दिखेगा.

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Posted By: Shweta Mishra