एंप्लॉइज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन ईपीएफओ ने अपने सभी कॉन्ट्रिब्यूटर्स यूनिवर्सल अकाउंट नंबर यूएएन देने करने का फैसला किया है.


आधार कार्ड और पैन कार्ड से भी जोड़ा जाएगाइसे ज्यादा सेफ बनाने के लिए आधार और पैन से भी जोड़ा जाएगा. इसके चलते संगठित क्षेत्र में काम करने वालों को नौकरी बदलने पर पीएफ खाते को बदलने के लिए अप्लाई करने की जरूरत नहीं होगी. इस तरह यह पोर्टेबिलिटी प्रोवाइड करेगा. एक ऑफिस ऑर्डर में कहा गया है कि ईपीएफओ ने फंड के सभी मेंबर्स को यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) करने का फैसला किया है. शुरुआत में यह नंबर उन मेंबर्स को प्रोवाइड किया जाएगा जो मौजूदा समय में फंड में शेयर ले रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक इस साल जून में ईपीएफओ संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में 3.1 करोड़ मेंबर्स ने अंशदान किया. हालांकि, 31 मार्च, 2014 तक ईपीएफओ के कुल सदस्यों की संख्या 11.78 करोड़ है.15 अक्टूबर तक यूएएन देगी ईपीएफओ
ईपीएफओ की प्लानिंग अपने कॉन्ट्रिब्यूटर्स को इस साल 15 अक्टूबर तक यूएएन प्रोवाइड करने की है. इससे ईपीएफओ सदस्यों पोर्टेबिलिटी का लाभ उठा पाएंगे. यानी नौकरी बदलने पर मेंबर को अपने पीएफ अकाउंट के ट्रांसफर के लिए अप्लाई करने की जरूरत नहीं होगी. यह ईपीएफ सदस्यों के सभी रोजगारों से जुड़ा होगा. इसका यूज देश भर में कहीं भी किया जा सकेगा. फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में ईपीएफओ सब्सक्राइबरों को यूएएन प्रोवाइड करने के बारे में घोषणा की थी. ईपीएफओ ने यूएएन प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस की देखरेख के लिए स्पेशल कमेटी बनाई है. यह कमेटी प्रोजेक्ट के एक्जीक्यूशन में फील्ड स्टाफ को पेश आने वाली प्रॉबल्म्स को सॉल्व करने के लिए लोकल ऑफिसों का भी दौरा करेगा.

Posted By: Shweta Mishra