रिटायरमेंट फंड को मैनेज करने वाली एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन ईपीएफओ अपने पांच करोड़ से अधिक शेयर होल्डर्स को 2014-2015 फिनैंशियल इयर के लिए पीएफ जमाओं पर नौ फीसदी की रेट इंट्रेस्ट दे सकती है.


नई सरकार के आने से लोगों में बेहतर रिटर्न की उम्मीदनई इंट्रेस्ट रेट 2013-14 में दिए गए 8.75 फीसदी ब्याज से थोड़ा ज्यादा है. एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक उसने बताया कि बाजार में सुधार खासकर नयी सरकार बनने के बाद ईपीएफओ में इन्वेस्टमेंट से ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ गई है.पांच लाख करोड़ से ज्यादा का फंड मैनेज करता है ईपीएफओईपीफओ पांच लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के फंड को मैनेज करता है. ऑर्गनाइजेशन को 2013-14 के दौरान 71,195 करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि पमिली हुई है जो 2012-13 के 61,143 करोड़ रुपये के कलेक्शन से 16 फीसदी से ज्यादा है.नई जगहों पर इनवेस्ट करेगा ईपीएफओ
खबरों के मुताबिक ईपीएफओ ने स्पेशल डिपॉजिट स्कीम (एसडीएस) में किए गए करीब 55,000 करोड़ रुपये को निकालने और उसे कहीं और लगाने की भी प्लानिंग की है. सरकार एसडीएस पर 8 फीसदी की तय रेट से ईपीएफओ को भुगतान करती है. मिनिस्ट्री ऑफ लेबर पिछले साल जारी किए गए एक इंवेस्टमेंट प्लान के तहत ईपीएफओ को नए नियमों जरिए अपने इंवेस्टमेंट  पर ज्यादा रिटर्न मिलने की भी उम्मीद है. नए नियम के तहत के ईपीएफओ अपने फंड का 55 फीसदी तक बैंकों, फिनैंशियल इंस्टीट्यूशन और दूसरे ऑर्गनाइजेशन्स द्वारा जारी सिक्योरिटी बांड में इन्वेस्ट कर सकता है.

Posted By: Shweta Mishra