क्या आप विश्व कप फ़ुटबॉल के मैच देखते हुए मेसी टिक्का पाव या नेमार लाहौरी चिकन का लुत्फ़ उठाना पसंद करेंगे?


मैच देखते हुए डिनर ख़त्म होने के बाद आप स्वीट डिश के तौर पर विश्व कप ट्राफी या ब्राज़ील, अर्जेंटीना, जर्मनी और स्पेन के झंडे ले सकते हैं.अगर आप इन और ऐसी दर्जनों चीजों का आनंद लेना चाहते हैं तो चले आइए फ़ुटबॉल के मक्का में. जी नहीं, ब्राज़ील नहीं, कोलकाता.फ़ीफ़ा विश्व कप के मौके पर महानगर के विभिन्न क्लबों, रेस्तरां और मिठाई की दुकानों के मेन्यू में ऐसी तमाम चीजों ने जगह बना ली हैं.इन सबका मकसद है  फ़ुटबॉल के दीवाने इस शहर के अधिक से अधिक फ़ुटबॉल प्रेमियों को आकर्षित करना.गुठली के दामआम के आम और गुठली के दाम की तर्ज पर रात साढ़े नौ बजे से होने वाले मैचों के दर्शक इन लजीज व्यंजनों के साथ-साथ मैच का भी लुत्फ उठा सकें, इसके लिए तमाम होटलों में विशालकाय टीवी स्क्रीन लगाए गए हैं.
महानगर के एक प्रमुख होटल गेटवे ने तो इस मौक़े पर होम डिलीवरी की ख़ास व्यवस्था की है. वहां लोग तड़के तीन बजे तक खाने का ऑर्डर दे सकते हैं.आख़िरी मैच ख़त्म होते ही दर्शकों को भूख सता सकती है, यही सोच कर होटल ने यह व्यवस्था शुरू की है.


आईटीसी होटल ने फ़ुटबॉल विश्व कप में हिस्सा ले रहे तमाम देशों के कॉकटेल को अपने मेन्यू में रखा है. वहां बने ईडन पेवेलियन में साढ़े नौ बजे वाले मैचों के दौरान पहुंचने वाले लोग बफेट डिनर के साथ जितनी चाहे बीयर पी सकते हैं.इसी तरह कोशे कशा नामक मशहूर रेस्तरां ने रियो रॉकर, क्रिश्चियानो क्रशर, स्पेनिश आर्मदा और मास्को मैजिक जैसे ड्रिंक्स को मेन्यू में जगह दी है. एस्टर होटल ने गुरुवार को विश्व कप की शुरुआत के मौक़े पर बाई वन गैट वन यानी एक पर एक मुफ़्त योजना चलाई.मुफ़्त शराबशुक्रवार को महिला फ़ुटबॉल प्रेमियों को मुफ्त में होटल की ओर से शराब पिलाई जाएगी. होटल हिंदुस्तान इंटरनेशनल ने इस मौक़े पर स्ट्राइकर और फ्री किक नामक दो ख़ास मॉकटेल तैयार किए हैं."फ़ुटबॉल थीम पर बनी मिठाइयों की इतनी भारी मांग है कि ऑर्डर पूरा करना मुश्किल हो रहा है."-सुदीप मल्लिक, दुकान के मालिकहोटलों की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए लगता है कि महानगर के फ़ुटबॉल प्रेमी अगले एक महीने तक अपना प्रिय भोजन चावल और माछेर झोल भुला कर इन व्यंजनों का ही लुत्फ़ उठाते नजर आएंगे.

विश्व कप के पहले मैच के किक ऑफ़ से पहले ही महानगर में विश्व कप ट्राफी की तर्ज पर बनी मिठाइयां भी छा गई थी. कोलकाता के मशहूर रसगुल्लों की जगह इस मौक़े पर ख़ास तौर पर बनी मिठाइयों ने हथिया ली हैं.महानगर में लगभग सवा सौ साल पानी दुकान बलराम मल्लिक और राधारमण मल्लिक ने सबसे पहले विश्व कप ट्राफी और विभिन्न देशों के झंडों वाली मिठाइयां बनाई थी. उसके बाद तो मानो होड़ लग गई है.मिठाइयों की मांगइन मिठाइयों को ख़रीददार भी काफ़ी मिल रहे हैं. लोग अपने घर खाने और एक-दूसरे को उपहार देने के लिए इनको को ख़रीद रहे हैं.दुकान के मालिक सुदीप मल्लिक कहते हैं, "फ़ुटबॉल थीम पर बनी मिठाइयों की इतनी भारी मांग है कि ऑर्डर पूरा करना मुश्किल हो रहा है."विश्व कप ट्राफी की तर्ज पर बनी मिठाई आठ सौ रुपए किलो तक बिक रही है और ये मिठाइयां 20 से 50 रुपए प्रति पीस तक उपलब्ध हैं. ब्राज़ीलियाई सांबा नामक मिठाई 25 रुपए पीस बिक रही है.इस मौक़े पर कोलकाता का स्वरूप भी बदल गया है. दीवारों पर ब्राज़ीलियाई और अर्जेंटीनी खिलाड़ियों के पोस्टर, बैनर और कटआउट लगे हैं.
कई मोहल्ले ब्राज़ील के साओ पाअलो की शक्ल ले चुके हैं. वहां जाकर कई बार ब्राज़ील पहुंचने का आभास होता है. इसी तरह कई मोहल्ले अर्जेंटीना का हिस्सा होने का आभास दे रहे हैं. इन तैयारियों से साफ़ है कि विश्व कप के दौरान पूरा कोलकाता ब्राज़ील और अर्जेंटीना में बदला रहेगा.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari