सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारी यूनियनों ने देशभर के बैंको से 25 से 28 फरवरी तक हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. हड़ताल की घोषणा के बाद महीने के आखिरी हफ्ते में केवल दो दिन ही बैंक खुले रहेंगे. अब ऐसे में चार दिन की हड़ताल के बाद पांचवां दिन रविवार होने के कारण छुट्टी है.

IBA की पेशकश स्वीकार्य नहीं
दरअसल यह पूरा मामला वेतनमान वृद्धि से जुड़ा हुआ है. इस मसले पर इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) की पेशकश से अंसतुष्ट सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले सभी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे. IBA ने वेतनमान में बढोतरी की अपनी पेशकश को 11 परसेंट से 12.5 परसेंट और आज 13 परसेंट किया है. वहीं यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) के समन्वयक एम वी मुरली ने बताया कि IBA ने आज वेतनवृद्धि में सिर्फ आधा प्रतिशत सुधार कर इसे 13 प्रतिशत किया जो कि हमारे लिए अस्वीकार्य है.
यूनियन 19 परसेंट पर अड़े
आपको बताते चलें कि, यूनियनों ने वेतन में 19 परसेंट वृद्धि की मांग की है. नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा कि सर्वसम्मति से फैसला किया गया है कि बैंक कर्मी 25-28 फरवरी तक चार दिन की हड़ताल पर रहेंगे. अगर यह हड़ताल हुई तो इसका बजट के दौरान सरकारी धन अंतरण पर असर होगा. फिलहाल बैंक कर्मचारियों की यह हड़ताल आम जनता के लिये काफी दिक्कतें लेकर आयेगी. लगातार 5 दिन तक बैंकों में ताला लटके रहने से सरकारी खजाने पर असर तो पड़ेगा साथ ही कस्टमर्स को बैंक के कामकाज के लिये हड़ताल खत्म होने का इंतजार करना पड़ेगा.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari