ऑनलाइन एप्‍लाई करने से लोगों के समय और पैसे दोनों की होगी बचत लाइसेंट के बार बार नहीं लगानी पड़ेगी दौड़।

BAREILLY: ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया 2 मई से ऑनलाइन शुरू हो जाएगी। अप्लीकेंट्स ऑनलाइन आवेदन के साथ ही फीस भी घर बैठे जमा कर सकेंगे। नई सुविधा के बाद मैनुअली आवेदन एक्सेप्ट नहीं किए जाएंगे। अप्लीकेंट्स को फोटो, सिग्नेचर, बर्थ और एड्रेस का सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा। जिसके बाद लाइसेंस बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

 

समय और डेट चुनने का ऑप्शन

नई व्यवस्था के तहत अपनी सुविधा के मुताबिक, समय भी बुक कराया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन के समय ही टेस्ट के लिए डेट भी फाइनल हो जाएगी। निर्धारित डेट और समय पर अप्लीकेंट्स आरटीओ जाकर थम्ब इम्प्रेशन, आई स्कैन सहित अन्य प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इससे एक फायदा यह होगा कि बेवजह अपनी बारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। समय की बर्बादी नहीं होगी।

 

26 अप्रैल तक पेंडिंग काम पूरा करें

एआरटीओ प्रशासन आरपी सिंह ने बताया कि वर्तमान काम सारथी-2 सॉफ्टवेयर पर हो रहा है। नई सुविधा सारथी-4 के तहत लोगों को मिलेगी। ऐसे में जिन लोगों के काम पेंडिंग पड़े हैं वह अपना काम 26 अप्रैल तक करा लें। अन्यथा पुराने सॉफ्टवेयर पर जमा फीस नए सॉफ्टवेयर पर मान्य नहीं होगी।

 

4 दिन तक नहीं होगा कोई काम

नई व्यवस्था शुरू करने से पहले सॉफ्टवेयर अपडेट करने के लिए 27 अप्रैल से 1 मई तक आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ा कोई काम नहीं होगा। लर्निग, परमानेंट लाइसेंस सहित अन्य कार्य बंद रहेगा।

 

लर्निग लाइसेंस फीस

- 350 रुपए कार व बाइक दोनों का बनवाने पर।

- 200 रुपए किसी एक का बनवाने पर।

- 50 रुपए प्रति टेस्ट का यदि एक बार फेल होने पर दोबारा टेस्ट दे रहे हैं, तो।

 

परमानेंट लाइसेंस फीस

- 700 रुपए कार या बाइक का लाइसेंस बनवाने पर।

- 1,000 रुपए कार व बाइक दोनों का लाइसेंस बनवाने पर।

 

करेक्शन फीस

- लर्निग में एक भी रुपए नहीं।

- 400 रुपए परमानेंट लाइसेंस में।

- 200 रुपए कार्ड और 200 रुपए करेक्शन फीस।

 

 

-150 से 200 लर्निग लाइसेंस रोजाना बनते हैं।

- 100 से 125 परमानेंट लाइसेंस रोजाना बनते हैं।

 

अप्लीकेंट्स की सुविधा के लिए 2 मई से ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आवेदन और फीस जमा करने के लिए लोगों को ऑफिस आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive