-बनारस में अच्छे दिनों की हुई शुरुआत, टूरिज्म मिनिस्टर ने बनारस के घाटों के लिए दिए 18 करोड़ रुपये

-नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर सिटी के डेवलपमेंट की हुई शुरुआत

VARANASI : गंगा घाट के अब ठाठ होने वाले हैं। देश के टूरिज्म मिनिस्टर श्रीपद नाइक ने घाटों के डेवलपमेंट के लिए क्8 करोड़ रुपये सैन्क्शन किया है। बनारस के एमपी और देश के पीएम नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर सैन्क्शन किये गये रुपये से ढेरों काम होंगे। जेटी का निर्माण किया जाएगा। घाटों को ऐसा बनाया जाएगा कि हर कोई इसे देखते ही अपना दिल लुटा बैठे। यह तो अभी शुरुआत है। बनारस के डेवलपमेंट से टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी से निर्देश लेते रहेंगे। उनके पास बनारस को लेकर विशेष खाका तैयार है।

निखरेगी घाटों की सूरत

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविन्द्र मिश्र के अनुसार इन क्8 करोड़ रुपये से ढेरों काम होंगे। सबसे पहले दशाश्वमेध और प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर दो जेटी बनायी जाएंगी। इनसे गंगा में चलने वाली नावों का संचालन होगा। टूरिस्ट को गंगा से घाटों का असली नजारा दिखाने के लिए दो विशेष नावें चलेंगी। लोहे के पीपों से तैयार नावों का संचालन इन जेटी के जरिए ही होगा। भारी और बड़ी होने की वजह से घाटों तक नहीं पहुंच सकती हैं। इसके साथ ही दशाश्वमेध, शीतला घाट, पंचगंगा घाट, अस्सी घाट समेत सभी प्रमुख घाटों को बेहद खूबसूरत बनाया जाएगा। घाटों पर चेयर बनायी जाएंगी। छतरी लगायी जाएंगी, चौकियां को लगाया जाएगा। घाटों पर मौजूद बिल्डिंग्स को एक कलर देने का काम भी किया जाएगा। सभी घाटों पर पौधों के जरिए सुंदर बनाया जाएगा। घाटों को सुंदर बनाने के साथ ही उनके वास्तविक रूप को बनाए रखा जाएगा।

पीएम के पास है खाका

टूरिज्म मिनिस्टर श्रीपद नाइक बनारस के घाट, मंदिर समेत सभी टूरिज्म प्लेस के डेवलपमेंट को प्राथमिकता दे रहे हैं। घाटों के लिए क्8 करोड़ रुपये देकर इसकी शुरुआत भी उन्होंने कर दी है। उनका कहना है कि पीएम के पास बनारस के डेलवपमेंट का पूरा प्लैन तैयार है। गंगा और गंगा के घाट के साथ ही टूरिस्ट प्लेस का किस तरह से डेवलपमेंट किया जाए इसे लेकर उन्होंने पहले ही प्लैनिंग कर लिया था। इस बाबत चर्चा भी करते रहे हैं। टूरिज्म डेवलपमेंट से संबंधित जो भी काम बनारस में होंगे इसकी मॉनिटरिंग खुद पीएम करेंगे।

टूरिस्ट की सुरक्षा जरूरी

टूरिज्म मिनिस्टर मानते हैं कि टूरिस्ट्स की सिक्योरिटी बेहद जरूरी है। इस दिशा में गंभीरता से काम होगा। बनारस में हर साल लगभग दस लाख टूरिस्ट्स आते हैं। इनमें दो से तीन लाख फारेन टूरिस्ट्स होते हैं। इनकी सुरक्षा के लिए प्लैन तैयार किया जा रहा है। अवैध गाइडों से बचाने के लिए घाटों, टूरिस्ट प्लेसेज के अलावा अन्य स्थानों पर इन्फॉर्मेशन सेंटर बनाए जाएंगे। होटल, लॉज, पेइंग गेस्ट हाउसेज में सुरक्षा के सारे मानक को पूरा कराने पर जोर दिया जाएगा। टूरिस्ट पुलिस के साथ लोकल पुलिस टूरिस्ट की सिक्योरिटी करें इसका भी इंतजाम किया जाएगा। टूरिस्ट के लिए अलग से सेंट्रल हेल्पलाइन शुरू की जा सकती है। इसकी तैयारी चल रही है।

लम्बे समय से बन रही योजना

-बनारस में बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स आते हैं

-हर साल लगभग दस लाख टूरिस्ट्स बनारस आते हैं

-शहर के दस हजार से अधिक परिवार की आय टूरिस्ट्स पर डिपेंड है

-बारह ज्योर्तिलिंग में शामिल काशी विश्वनाथ के दर्शन और गंगा स्नान के लिए देश के कोने से दर्शनार्थी आते हैं

-भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली पर और जैन धर्म की पवित्र नगरी पर शीश नवाने दुनिया के लोग आते हैं

-दुनिया के प्राचीन शहरों में शामिल बनारस की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत को निहारने ढेरों टूरिस्ट्स आते हैं -देश के गिन-चुने शहरों में इतने टूरिस्ट आते हैं जितने बनारस में आते हैं

-टूरिस्ट प्लेस अवैध गाइड से लेकर नशे का धंधा करने वालों के निशाने पर होते हैं

-गंगा में चलने वाली नावें, घाटों और अन्य टूरिस्ट प्लेस पर मौजूद दुकानों में टूरिस्ट के साथ जमकर लूटपाट की जाती है

-टूरिज्म डिपार्टमेंट और पुलिस का कोई हेल्प नहीं मिलता है

पीएम नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर बनारस के घाटों के बेहतर बनाने की शुरुआत काफी अच्छी है। अपने शहर में टूरिज्म बढ़ाने की ढेरों उम्मीद है।

जगदीश त्रिपाठी, इंग्लिशिया लाइन

यह तो बहुत अच्छी पहल है। बनारस में टूरिज्म को बढ़ाने के लिए टूरिस्ट प्लेस को डेवलप करना जरूरी है। इसकी शुरुआत घाटों से ही होनी चाहिए।

अशोक चौहान, सिगरा

दुनियाभर के टूरिस्ट्स बनारस आते हैं। अपने शहर की बदहाली देखकर दोबारा नहीं आना चाहते हैं। हालात सुधरेंगे तो टूरिस्ट्स की संख्या भी बढ़ेगी।

मिथलेश यादव, कचहरी

बनारस के लिए यह खुशखबरी है। शहर की बदहाली दूर होने की शुरुआत तो हुई। बनारस के सांसद और देश के पीएम से हमें यही उम्मीद थी।

जगदीश त्रिपाठी, पाण्डेयपुर

-इनके आने से देश को आर्थिक लाभ होता है

-देश में टूरिस्ट फ्लो बढ़ाने के लिए बनारस में टूरिस्ट का फ्लो बढ़ाना जरूरी है -इसके लिए बनारस को टूरिज्म के नजरिए से डेवलप करने का प्लैन लम्बे समय से बना रहा है

-इसी के तहत डेवलप हो रहे बौद्ध सर्किट में बनारस को प्रमुख स्थान दिया गया है

-गंगा और गंगा के घाट के साथ ऐतिहासिक स्थलों के डेवलपमेंट का खाका टूरिज्म डिपार्टमेंट की ओर से तैयार किया जाता रहा है।

परेशानियां भी कम नहीं

-दुनिया के टूरिज्म के नक्शे पर विशेष स्थान रखने वाला बनारस बदहाल है

-टूरिस्ट को सबसे अधिक अटै्रक्ट करने वाली गंगा मैली हो चुकी है

-गंगा सफाई के कई प्रोजेक्ट होने के बावजूद ढेरों नाले सीधे गंगा में गिर रहे हैं

-बेहद खूबसूरत गंगा के घाट मल-मूत्र से पटे रहते हैं

-रख-रखाव के अभाव में घाट टूट-फूट रहे हैं

-कुछ एक घाटों को छोड़कर अन्य पर शाम होते ही अंधेरा पसरा रहता है

-सारनाथ समेत अन्य टूरिस्ट प्लेस पर अराजक तत्वों का कब्जा रहता है

-यह टूरिस्ट के साथ किसी तरह का अपराध करने से नहीं हिचकते हैं

Posted By: Inextlive