VVIP गेस्ट हाउस पर काफी देर हाईवोल्टेज ड्रामा

- मोबाइल टावर पर चढ़े तीन कार्यकर्ता

- मंगाना पड़ा फायर बिग्रेड का हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म

- अखिलेश के समर्थन में नारेबाजी, बर्खास्तगी से बिफरे कार्यकर्ता

LUCKNOW : सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर प्रदर्शन के बाद कई बड़े नेताओं की ताबड़तोड़ बर्खास्तगी का असर पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं पर नहीं दिख रहा है। सोमवार को सात नेताओं को पार्टी से बाहर करने के बाद फिर प्रदर्शन और नारेबाजी का सिलसिला शुरू हो गया। बर्खास्त नेताओं के नेतृत्व में वीवीआईपी गेस्ट हाउस पर जमा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। तीन कार्यकर्ता समीप लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गये, जिसके बाद प्रशासन के हाथ-पांव भी फूल गये। आनन-फानन में फायर बिग्रेड का हाईड्रोलिक प्लेटफॉर्म मौके पर मंगाया गया और टावर पर चढ़े प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर नीचे उतारा गया।

शक्ति प्रदर्शन रहा जारी

तीन युवा एमएलसी और युवा फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों का इस्तीफा कार्यकर्ताओं को इतना नागवार गुजरा कि एक बार फिर पार्टी नेतृत्व के निर्देश के विपरीत शक्ति प्रदर्शन करने लगे। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस पर कब्जा जमा लिया। बता दें कि पार्टी में कलह की शुरुआत के बाद राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव वीवीआईपी गेस्ट हाउस में ही आकर रुके थे। उस दौरान भी पार्टी के कई तमाम नेता मिलने पहुंचे थे जबकि चंद मिनटों बाद ही राजधानी आए नये प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के घर तक जाने की जहमत किसी नेता ने नहीं उठाई थी। कलह के दौरान वीवीआईपी गेस्ट हाउस में मंत्रियों और नेताओं के जमावड़े को खेमेबाजी के रूप में देखा गया था। इनमें कई राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी भी शामिल थे। रामगोपाल से मिलने वालों में कई मंत्री, राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय पदाधिकारी भी शामिल थे। वीवीआईपी गेस्ट हाउस पर आज हुआ प्रदर्शन इसकी अगली कड़ी माना जा रहा है।

गायत्री प्रजापति को कोसा

प्रदर्शन के दौरान खास बात यह रही कि ज्यादातर कार्यकर्ता पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को कोसने के साथ अखिलेश यादव जिंदाबाद, बर्खास्तगी का आदेश वापस लो, अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष बनाओ जैसे नारे लगा रहे थे। अचानक तीन कार्यकर्ता मोबाइल टॉवर पर चढ़ कर नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलते ही बड़ी तादाद में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गये। हाईड्रोलिक लिफ्ट मंगाकर उतारने का प्रयास भी किया गया। कुछ देर टॉवर पर चढ़े रहने के बाद तीनों कार्यकर्ता एक कॉल आने के बाद खुद ही नीचे उतर आए। बताया जाता है कि कॉल सीएम ऑफिस से आई थी।

मुख्यमंत्री ने किया मिलने से इंकार

सोमवार को तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने का प्रयास भी किया। कार्यकर्ता पांच, कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर एकत्र होते रहे लेकिन मुख्यमंत्री ने मिलने से मना कर दिया। इनमें कई ऐसे नेता भी थे जिन्हें आज बर्खास्त किया गया था।

Posted By: Inextlive