मुख्‍य चुनाव आयुक्त हरिशंकर ब्रह्मा कल गुरुवार को नये मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में प्रोन्नत किये गये. उन्‍होंने आज शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिया है. पद पर आसीन होने के बाद ब्रह्मा ने कहा कि दिल्‍ली में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में निष्‍पक्ष चुनावा कराना हमारी प्रॉयोरिटी और रिस्‍पांसबिलिटी होगी. जेएम लिंगदोह के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त बनने वाले ब्रहमा पूर्वोत्तर के दूसरे अधिकारी हैं.

ऊर्जा सचिव पद पर रहें आसीन
देश के राष्ट्रपति ने आज वरिष्ठ चुनाव आयुक्त हरि शंकर ब्रह्मा को नया मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है. पिछले कई वर्षों से चुनाव आयुक्तों के बीच जो सबसे वरिष्ठ है उसे मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त करने का नियम है. हरि शंकर ब्रहमा की नियुक्ति के बाद सरकार अब सरकार आगे की प्रक्रिया पूरी करेगी. सरकार अब तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में एक चुनाव आयुक्त के रिक्त पद को भरने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी. 64 वर्षीय हरि शकंर ब्रहमा मूल रूप से असम के रहने वाले हैं. वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1975 बैच के आंध्र प्रदेश कैडर के अधिकारी भी रह चुके हैं. बताते चलें कि चुनाव आयोग में शामिल होने से पहले ब्रहमा केन्द्र में उर्जा सचिव पर आसीन थे. उन्होंने 25 अगस्त 2010 को चुनाव आयुक्त के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी.


कार्यकाल 19 अप्रैल तक
गौरतलब है कि वीएस संपत 65 वर्ष की आयु में कल गुरुवार को पद मुक्त हो गए. वहीं ब्रह्मा, जे.एम. लिंगदोह के बाद पूर्वोत्तर के दूसरे अधिकारी हैं, जो मुख्य चुनाव आयुक्त बने हैं. हरिशंकर ब्रहमा का भी मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यकाल 19 अप्रैल तक होगा. तकरीबन तीन महीने के बाद वह 65 वर्ष के हो जाएंगे. इसके बाद वह इस पर आसीन नही रह सकते हैं. संविधान के मुताबिक इस पद पर काम करने के लिए अधिकतम उम्र सीमा 65 वर्ष निर्धारित है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh