राज को राज रहने दो
केरल के तिरुवनंतपुरम में मौजूद श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के तहखानों का पता लगाने के लिए अब खजाने की वीडियोग्राफी होगी. सुप्रीम कोर्ट ने खजाने का पता लगाने की प्रॉसेस जानने के लिए वीडियोग्राफी के निर्देश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रॉसेस की निगरानी कर रहे इनविजिलेटर्स मीडिया को इंटरव्यू देने पर भी रोक लगा दी है. साथ ही खजाने के संरक्षण के लिए एक म्यूजियम बनाने और निरीक्षक अप्वॉइंट करने का प्रस्ताव भी दिया. Related to government
इससे पहले दो मई को राम वर्मा के बड़े भाई मार्तंड वर्मा की पेटिशन पर सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के ऑर्डर पर अंतरिम रोक लगा दी थी. बेंच ने तब चीजों और बेशकीमती आभूषणों की डिस्क्रिप्टिव लिस्ट बनाने का निर्देश दिया था. केरल हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज एम.एन. कृष्णन और सी.एस. राजन को इनविजिलेटर अप्वॉइंट करते हुए कहा था कि उनकी मौजूदगी में ही तहखाने से निकलने वाली चीजों की लिस्ट बनाई जाए.SC के Orders-प्रॉसेस की वीडियोग्राफी हो.-निगरानी कर रहे इनविजिलेटर्स के मीडिया को इंटरव्यू देने पर भी रोक लगा दी है.-खजाने के संरक्षण के लिए एक म्यूजियम बनाने का प्रस्ताव-अप्वॉइंट होना चाहिए निरीक्षक.-खजाने की प्राचीनता और उसके सोर्सेज का पता लगाया जाए.
-एएसआई से मंदिर के खजाने की सिक्योरिटी और उसे रखने की जगह तय करने के बारे में भी सुझाव मांगे हैं.