पूरी दुनिया में स्‍मार्टफोन का क्रेज प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. अगर अनुमान लगाया जाये तो हर तीसरा व्‍यक्ति स्‍मार्टफोन यूजर्स है. हालांकि दुनिया में तो स्‍मार्टफोन का प्रसार हो रहा है लेकिन इस प्रसार में सबसे बड़ा हिस्‍सा भारत का है.

स्मार्टफोन के हैं दीवाने
भारत में स्मार्टफोन के प्रति लोगों की बढ़तर दीवानगी का अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है. इंडियन मोबाइल मार्केट की ग्रोथ लगातार हो रही है. इसी के चलते मोबाइल फोन मार्केट में 27 परसेंट हिस्सेदारी के साथ इंडिया एशिया प्रशांत क्षेत्र का सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाला स्मार्टफोन मार्केट बन गया है. साल 2014 की सितंबर तिमाही में पिछले साल के मुकाबले स्मार्टफोन की बिक्री में 82 परसेंट ग्रोथ हुई है.
इंडियन कंपनियों का रहा सपोर्ट
दरअसल इंडियन मोबाइल मार्केट में जितनी भी ग्रोथ हुई है, उसकी मुख्य वजह इंडियन हैंडसेट मेकर कंपनियां हैं. अमेरिकी कंपनी इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन (IDC) की रिपोर्ट के अनुसार इस साल तीसरी तिमाही में मोबाइल फोन बनाने वाली पांच प्रमुख कंपनियों सैमसंग, माइक्रोमैक्स, लावा, कार्बन और मोटोरोला के बेहतर प्रदर्शन के बल पर मोबाइल मार्केट में भारत की हिस्सेदारी बढ़ी है. गौरतलब है कि इस लिस्ट में लावा, कार्बन और माइक्रोमैक्स ये तीनों इंडियन कंपनियां हैं. हालांकि कोरियन कंपनी सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी दूसरी तिमाही के मुकाबले पांच परसेंट घट गई है.  
2.33 करोड़ हैंडसेट बिके
IDC की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल तीसरी तिमाही में मोबाइल हैंडसेटों की बिक्री 82 परसेंट बढ़कर 2.33 करोड़ यूनिट रही. वहीं तीसरी तिमाही में कुल मोबाइल फोन मार्केट में स्मार्टफोन का हिस्सा 32 परसेंट रहा, जोकि अभी एक साल पहले 19 परसेंट रहा था. बताते चलें कि स्मार्टफोन मार्केट में 24 परसेंट हिस्सेदारी के साथ सैमसंग टॉप पर है, वहीं 20 परसेंट हिस्सेदारी के साथ माइक्रोमैक्स दूसरे स्थान पर है. इसके अलावा लावा व कार्बन की बाजार हिस्सेदारी 8-8 परसेंट है जबकि मोटोरोला की बाजार हिस्सेदारी 5 परसेंट है.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari