इराक संघर्ष में फसी भारतीय नर्सों ने भारत सरकार से उनके लिए ताबूत भेजने के लिए कहा है. यह बयान इराक में फसी एक भारतीय नर्स ने दिया है.


भारत सरकार भेजे ताबूतइराक और आईएसआईएल के आतंकवादियों के बीच जारी संघर्ष में जिंदा बच निकलने की फ्रस्ट्रेशन में एक भारतीय नर्स ने भारत सरकार के नाम एक बयान जारी किया है. इराक में फसी एक भारतीय नर्स सोना जोसेफ ने कहा है कि 'अब यहां से बच निकलने की सारी उम्मीदे खत्म हो चुकीं हैं. भारत सरकार ने समय पर कदम नही उठाया और अब सरकार हमें वापस लाने के लिए ताबूत भेज सकती है.' गौरतलब है कि इराक में टिकरित शहर से निकलते वक्त भारतीय नर्सों को मोसुल ले जाने की कोशिश की गई. इस दौरान जिस बस से भारतीय नर्सें जा रहीं थी उसके पास एक जोर का धमाका हुआ जिससे तकरीबन पांच नर्सों को चोटें आई हैं. इसके बाद उन्हें एक हॉस्पिटल में बंद कर दिया गया.विदेश मंत्रालय को नही पता इराक में फसी नर्सों की संख्या
भारत के विदेश मंत्रालय को इराक में फसी नर्सों की संख्या नही पता है. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया है कि इराक में भारतीय नर्सों की जगह बदल चुकी है और कोई भी नर्स पुराने वाले स्थान पर नही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय नर्सों की बस के पास कोई भी धमाका नही हुआ है. हालांकि विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने यह माना है कि कुछ नर्सों को चोटें आई हैं लेकिन यह चोटें मामूली हैं. इसके बाद उन्होंने कहा कि इराक में 25 भारतीय अधिकारियों को डिप्लोय किया गया है.

Posted By: Prabha Punj Mishra