भारत में अब करीब दस करोड़ एलपीजी यूजर्स डायरेक्‍ट बैंक ट्रांसफर स्‍कीम के तहत अपने बैंक‍ खातों में सरकारी सब्सिडी प्राप्‍त कर पाएंगे. इतने बड़े यूजर बेस के साथ यह योजना दुनिया में सबसे बड़ी प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तांतरण योजना बन गई है.


दुनिया में सबसे बड़ी डीबीटी स्कीमपीएम मोदी ने एलपीजी डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर स्कीम से जुड़ने वाले 10 करोड़ एलपीजी यूजर्स और इस प्रोजेक्ट में जुटे अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि इस योजना से कालाबाजारी बंद होगी. इसके साथ ही लोगों को सब्सिडी ज्यादा बेहतर तरीके से उपलब्ध हो पाएगी. उन्होंने कहा कि देश का निर्माण करने में यह योजना काफी अहम रोल निभाएगी. इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया करते हुए कहा, 'मुझे यह जानकार काफी हर्ष हो रहा है कि 10 करोड़ से अधिक नागरिकों ने 'पहल' योजना के तहत पंजीकरण कराया है. यह एक बड़ी उपलब्धि है.' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह दुनिया की सबसे बड़ी कैश ट्रांसफर स्कीम्स में शामिल हो गई है. चीन और ब्राजील को छोड़ा पीछे
एलपीजी सब्सिडी प्रोवाइड कराने वाली डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर योजना को केंद्र सरकार ने नया नाम 'पहल' दिया है. इस योजना के दायरे में 16 करोड़ एलपीजी यूजर्स में से 65 परसेंट कस्टमर आते हैं. इस मामले में सबसे खास बात यह है कि भारत ने इस योजना से जुड़ने वाले लाभार्थियों की संख्या के हिसाब से चीन, मेक्सिको और ब्राजील जैसों देशों को पीछे छोड़ दिया है. इन देशों में चलने वाली ऐसी योजनाओं में लाभार्थियों की संख्या 2.2 करोड़ से अधिक नहीं हो पाई है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra