येरूशलम में एक धर्मस्‍थल पर फिलिस्‍तीनी हमले में चार धर्मगुरूओं और एक पुलिसवाले की मौत हो गई है. इस हमले में कुल्‍हाड़ी और खंजरों का इस्‍तेमाल किया गया और पूजा करते नागरिकों की मौत के घाट उतार दिया गया.


चाकू, कुल्हाड़ी से हुआ हमलाफिलिस्तीनी आतंकियों ने येरूशलम के पश्चिमी हिस्से में एक यहूदी पूजास्थल पर हमला किया. इस हमले में लंबे खंजरों और कुल्हाड़ी जैसे धारदार हथियारों का प्रयोग किया गया. गौरतलब है कि यह हमला ऐसे वक्त हुआ जब इसरायली धर्मगुरू पूजा कर रहे थे. इसके बाद धर्मगुरूओं को चाकू और कुल्हाड़ी से घायल करने के बाद उन्हें गोली मार दी गई. सूत्रों के अनुसार हमलावर अपनी कुल्हाड़ी और चाकुओं को पूजास्थल पर ही छोड़ दिए. हालांकि पुलिस बलों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया है. इसरायली पीएम ने कहा लेंगे बदला
इस हमले पर अपना बयान देते हुए इसरायली पीएम बेंजामिन नेतान्याहू ने कहा "हम येरुशलम के लिए लड़ रहे हैं जो सदियों से हमारी राजधानी है" इसके साथ ही नेतान्याहू ने कहा कि यह हमला प्रेयर के दौरान किया गया और वह गाजा पट्टी में इस हमले के लिए मनाए जा रहे जश्न की निंदा करते हैं. अपने देशवासियों के प्रति संदेश जारी करते हुए नेतान्याहू ने कहा कि कोई भी कानून अपने हाथ में ना ले चाहें उनका खून कितना भी खौल रहा हो. फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने की निंदा


फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इस हमले की कड़ी निंदा की है. राष्ट्रपति कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति यहूदियों के पूजास्थल पर हमले और आम नागरिकों की हत्या की निंदा करते हैं चाहें यह किसी का भी काम क्यों ना हो. लेकिन इसरायल ने इसे नाकाफी बताया. इसके साथ नेतान्याहू ने बताया कि येरूशलम में बस ड्राइवर द्वारा सुसाइड किए जाने को हमास और फिलिस्तानी राष्ट्रपति इसरायल द्वारा की गई हत्या मान रहा है. इस वजह से यह बदले की कार्यवाही की गई है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra