कांग्रेस से इस्‍तीफा देने के बाद पूर्व पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन ने पार्टी उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी पर कई संगीन आरोप लगाये हैं. इसी क्रम में नटराजन ने बताया कि उन्‍होंने यूपीए सरकार में मंत्री पद पर रहते हुये राहुल गांधी के कहने पर कई बड़े प्रोजेक्‍ट्स को रोका. शुक्रवार को चेन्‍नई में प्रेस कांफ्रेंस करके नटराजन ने पार्टी से अपने इस्‍तीफे का ऐलान किया. इसके साथ ही कांग्रेस में लोकतंत्र न होने का आरोप भी लगाया.

अभी नहीं है किसी और पार्टी में जाने की योजना
इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी फिलहाल किसी और पार्टी में जाने की अभी कोई योजना नहीं है. नटराजन ने कहा कि वह कांग्रेस के लिए काम करने वाली अपने परिवार की चौथी पीढ़ी हैं. इसके बावजूद अब यह वह पार्टी नहीं रही, जिसकी सेवा उन्होंने इतने साल तक की है. उन्होंने बताया कि उनका परिवार पार्टी की स्थापना से जुड़ा हुआ है. जयंती नटराजन ने पार्टी में लोकतंत्र न होने का सीधा आरोप लगाया और यह भी कहा कि ऐसे माहौल में काम करना उनके लिए अब मुश्किल हो रहा था. उन्होंने यह भी बताया कि सोनिया गांधी को लिखी उनकी चिट्ठी अखबार में छपने के बाद वह अब अपना पक्ष सामने रखने के लिये मीडिया के सामने आईं हैं. जयंती ने कहा उनके लिये यह दुख देने वाला मौका है, क्योंकि उनके परिवार ने लंबे समय तक कांग्रेस की हर तरह से सेवा की है. इसके लिये उन्होंने राज्यसभा में उन्हें सीट देने के लिए शुक्रिया भी अदा किया.
राहुल गांधी के निर्देशों का किया पालन
पत्रकारों से बात करते हुये जयंती नटराजन ने कई तरह के आरोप लगाये. उन्होंने बताया कि अडानी प्रोजेक्ट पर उन्हें राहुल गांधी की ओर से साफ निर्देश मिले. उन्होंने बताया कि उनके साथी मंत्री इस प्रोजेक्ट को पास करने के लिये उनसे कह रहे थे. इसके बावजूद उन्होंने पार्टी का आदेश मानते हुये राहुल के निर्देशों का पालन किया. इसको लेकर जयंती ने यह भी बताया कि इस वजह से उन्हें साथी मंत्रियों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा. इन सबके बाद वह अपने साथी मंत्रियों को यही बताती रहीं कि उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि पर्यावरण और भविष्य कहीं तबाह न हो जाये.
बयान को बीजेपी ने लिया हाथों हाथ
नटराजन के ऐसे बयानों को बीजेपी ने हाथोंहाथ लिया. इसको लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आखिरकार अफवाहें सच साबित हो ही गईं. उन्होंने यह भी कहा कि प्रोजेक्ट में देरी होना अर्थव्यवस्था के साथ सीधा खिलवाड़ है. पर्यावरण मंत्रालय को इन प्रोजेक्ट को हरी झंडी देने पर अब एक बार फिर से विचार करना चाहिये. उनकी बात को मानते हुये इसके थोड़ी ही देर बाद ही पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने नटराजन के आरोपों की जांच करने का ऐलान कर दिया. वहीं दूसरी ओर वित्त मंत्री जेटली ने कहा है कि यूपीए के समय के सभी प्रोजेक्ट पर फिर से सिरे से पुनर्विचार किया जायेगा.
जयंती टैक्स मामले पर बोलीं नटराजन
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जयंती नटराजन ने इस बात का दावा किया कि उन्होंने फिक्की में दिये गये भाषण के बारे में राहुल गांधी को एक शिकायती ईमेल भी लिखा. मेल में उन्होंने राहुल से पूछा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. उसके जवाब में राहुल ने सिर्फ इतना ही जवाब दिया कि वह इस वक्त व्यस्त हैं और उनको बाद में कॉल करेंगे. इसके बाद उन्होंने कॉल नहीं की. इसके एवज में उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी की प्रदेश इकाई से कोई दिक्कत नहीं है, उन्हें तो सिर्फ केंद्रीय हाईकमान ने साइडलाइन किया. यहां उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया. अगर कोई उनकी गलती साबित कर दे तो वह फांसी चढ़ने-जेल जाने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं. पीएम मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने 'जयंती टैक्स' की बात कही थी. अब तो वह सत्ता में हैं, तो इसकी जांच करा लें. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस हाईकमान पर यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी ने नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले करने का काम भी सौंपा था.

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Ruchi D Sharma