RANCHI : सावधानी हटी दुर्घटना घटी. यह वो सच है जिसका खामियाजा जितना रेलवे भुगत रहा है उतना ही अपनी जान गवांने वाले लोगों के फैमिल मेंबर्स. दक्षिण पूर्व रेलवे के संरक्षा संगठन की ओर से जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि अनमैंड रेलवे क्रॉसिंग पार करने में असावधानी के चक्कर में छह लोगों की जान पिछले तीन महीनों में चली गई. रेलवे के डीआरएम गजानन मल्ल्या ने बताया कि सात अप्रैल से लेकर 13 जुलाई के बीच रेलवे के तीन अनमैंड रेलवे क्रॉसिंग पर तीन एक्सीडेंट हुए जिनमें छह लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इनकी गलती यह थी कि ये टे्रन के आने के समय क्रॉसिंग पार कर रहे थे और उसकी चपेट में आ गए. रेलवे को इसका खामियाजा इसलिए भुगतना पड़ता है क्योंकि हर्जाने और रेलवे की संपत्ति को नुकसान होता है.


मोबाइल पर बात भी है कारण
रेलवे के बीके सिन्हा ने बताया कि पहली घटना बालासोर लोधमा रेलखंड पर सात अपै्रल को घटी जिसमें एक की जान गई। दूसरी घटना झालदा कोटशिला रेलखंड पर घटी जिसमें तीन मरे और दो घायल हुए। तीसरी घटना बानो करानो रेलखंड पर अनमैंड रेलवे क्रॉसिंग पर घटी जिनमें एफसीआई का खाद्यान्न लेकर जा रहा ट्रक ट्रेन की चपेट में आ गया था। डीआरएम गजानन मल्लया ने बताया कि ऐसी स्थितियों में व्हीकल को देखने के बावजूद ड्राइवर चाहकर भी लोगों की जान इसलिए नहीं बचा पाता क्योंकि गाड़ी इमरजेंसी ब्रेक लगाने पर भी कम से कम डेढ़ किमी की दूरी तय करने पर रुकती है। एक्सीडेंट इसलिए भी बढ़े हैं क्योंकि इलेक्ट्रिक ट्रेन में आवाज कम होती है और कई बार क्रॉसिंग पार करते समय लोग मोबाइल पर बात करते हुए गुजरते हैं। या फिर म्यूजिक सुनते हैं। गाड़ी के ड्राइवर भी कई बार ट्रेन की स्पीड का अंदाजा नहीं लगा पाते और जल्दी के चक्कर में एक्सीडेंट हो जाता है। ये बातें उन्होंने सेफ्टी एट लेवल क्रॉसिंग सब्जेक्ट पर आयोजित सेमिनार में कहीं। इसमें रेलवे के अलावा पुलिस डिपार्टमेंट के एसपी और डीएसपी ने भी हिस्सा लिया।

Posted By: Inextlive