कांटाटोली फ्लाईओवर के पास सर्विस लेन में जान का खतरा विभाग ने सिंगल सर्विस लेन को भी नहीं कराया दुरुस्त हर समय बनी रहती है एक्सीडेंट आशंका


रांची (ब्यूरो)। कांटाटोली फ्लाईओवर के लिए बनाई गई सर्विस लेन लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रही है। सर्विस लेन में बने गड्ढों से आम यात्रियों को हर रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कांटाटोली से बहु बाजार तक सर्विस लेन में कई गड्ढे हैं। साथ ही ऊबड़-खाबड़ होने से सर्विस लेन लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रही है। सर्विस लेन के गड्ढों की वजह से पिछले दो-तीन महीने में कई लोग दुर्घटना के शिकार हुए हैं। सर्विस लेन संकीर्ण होने से भी लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। केबलिंग से रोड खराबकांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण को लेकर अंडरग्राउंड केबलिंग की शिफ्टिंग के चलते गड्ढे बन गए, जिसकी ठीक से रिपेयरिंग नहीं की गई। यह लेन असुविधा वाली


कांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण का काम जब इस वर्ष जून महीने में शुरू हुआ तो लोगों के आवागमन के लिए सर्विस लेन बनाई गई, ताकि वाहनों को गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कत न हो। रोड के दोनों ओर छह से सात फीट चौड़ी सर्विस लेन बनाई गई, लेकिन जब फ्लाईओवर के काम में तेजी आई तो कांटाटोली की ओर जाने वाले रोड में सर्विस लेन बना दी गई और इस रूट को डाइवर्ट करके इसे वन-वे बना दिया गया, जिसे नौ सितंबर को ट्रैफिक विभाग ने किया।

मुख्य सड़क है कांटाटोली रोडकांटाटोली से बहुबाजार की ओर जानेवाला रोड लोगों के लिए मुख्य सड़क है। इस रोड का कर्बला चौक, मेन रोड और स्टेशन की ओर से आनेवाले लोग इस्तेमाल करते हैं। साथ ही यह रोड हजारीबाग, जमशेदपुर को भी जोड़ता है। यही वजह है कि इस रोड पर हर रोज ट्रैफिक का काफी लोड रहता है, जिससे इसपर अक्सर जाम लगा रहता है। 2024 तक निर्माण का लक्ष्यकांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण का लक्ष्य 2024 दिया गया है। हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फ्लाईओवर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था और 2023 तक फ्लाईओवर बनाने का निर्देश निर्माण करने वाली दिनेशचंद्र अग्रवाल एंड एसोसिएट नामक कंपनी को दिया था। 6 साल पूर्व शुरू हुई योजनाकांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण के काम की शुरुआत वर्ष 2016 में हुई थी। इसके बाद मई 2018 में भू-अर्जन का काम शुरू हुआ। निर्माण के पहले फेज में जून 2020 तक पूरा करना था, लेकिन दो वर्ष बाद भी निर्माण का काम पूरा नहीं हो सका। किया गया विस्तार

फ्लाईओवर निर्माण को विस्तार देते हुए इसकी लंबाई बढ़ाकर 2400 मीटर कर दी गई है, जो कोकर के शांतिनगर से कांटाटोली चौक होते हुए योगदा सत्संग आश्रम तक किया गया है। इसके लिए पूर्व में निर्माण की राशि को भी बढ़ाकर 40 करोड़ से 224 करोड़ रुपए कर दी गई।

Posted By: Inextlive