RANCHI : पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने रघुवर सरकार पर फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य में जंगल राज है। लॉ एंड ऑर्डर फेल है और अराजकता का माहौल है। रविवार को अपने आवास पर उन्होंने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार आती-जाती रहती है। वह किसी खास दल का हथियार न बने। पुलिस का काम कानून की रक्षा करना है,लेकिन वह अत्याचार और उत्पीड़न में लगी है। ऐसा लगता है कि पुलिस एक दल विशेष के कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है।

पुलिस दिखा रही दबंगई

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गढ़वा में सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे झामुमो कार्यकर्ताओं को एसपी ने पीटा। बोकारो में एक समाचारपत्र के दफ्तर में घुसकर पुलिस पदाधिकारियों ने मारपीट की। लातेहार के मनिका में नाबालिग को थाने में 10 घंटे प्रताडि़त किया गया। आदिवासी थानेदार की संदिग्ध परिस्थिति में थाने में मौत हो गई। पीरटांड में बेकसूर आदिवासियों को गिरफ्तार उन्हें नक्सली साबित करने की कोशिश चल रही है। दूसरे दलों के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। सरकार के इस तरह के रवैए से निपटने के लिए झामुमो विधि प्रकोष्ठ का गठन होगा। सोमवार को गढ़वा में झामुमो कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिस हमले का विरोध किया जाएगा। हेमंत ने गढ़वा के डीसी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाने की मांग राज्य सरकार से की।

कांग्रेस ने भी सरकार को घेरा

प्रदेश कांग्रेस ने आपराधिक घटनाओं की आड़ में राज्य सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता राजेश ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार का पुलिस पर नियंत्रण नहीं रह गया है। अधिकारी बेलगाम हो गए हैं। कानून-व्यवस्था का राज नहीं है। अपराधी रोजाना घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बोकारो में एक समाचारपत्र के दफ्तर में पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ पत्रकार संग मारपीट की। कनीय पदाधिकारियों को निलंबित कर सरकार पीठ थपथपा रही है। जबकि बगैर उच्चाधिकारियों के संरक्षण के यह असंभव है। सरकार उनके खिलाफ भी कार्रवाई करे।

Posted By: Inextlive