-रिम्स की एमआरआई मशीन पिछले 15 दिनों से है खराब

-मरीजों की नहीं हो रही जांच, हर दिन दर्जनों पेशेंट्स हो रहे निराश

-बाहर डेढ़ गुना ज्यादा खर्च करने में लाचार हैं कई मरीज

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RANCHI: रिम्स में एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) टेस्ट के लिए पेशेंट्स पिछले क्भ् दिनों से परेशान हैं, लेकिन रिम्स मैनेजमेंट को कोई लेना-देना नहीं है। डेली दर्जनों मरीज निराश हो रहे हैं। वे बाहर डेढ़ गुना ज्यादा खर्च कर एमआरआई नहीं करा सकते, इसलिए मशीन ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। इससे उनकी बीमारी बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद हॉस्पिटल प्रबंधन इस मशीन को ठीक कराने के लिए गंभीर नजर नहीं आ रहा है। हॉस्पिटल की व्यवस्था सुधारने के लिए एमसीआई के सख्त निर्देश के बावजूद रिम्स प्रबंधन की यह खामोशी बुरे दिन की ओर इशारा करती है।

बाहर टेस्ट का रेट ख्000 ज्यादा

रिम्स के एमआरआई डिपार्टमेंट में टेस्ट कराने के लिए मरीजों को मात्र फ्भ्00 रुपए देने होते हैं। यह रेट मरीजों के हित को ध्यान में रख कर तय किया गया है। जबकि यही टेस्ट कराने के लिए मरीजों को बाहर के सेंटरों पर भ्भ्00 रुपए चुकाने होते हैं। इससे मरीजों की परेशानी तो बढ़ ही गई है, साथ ही उन्हें पहले से ज्यादा जेब भी ढीली करनी पड़ रही है। ऐसे में मरीजों के परिजन भी बेहाल हैं।

मरीजों को ले जाने में भारी परेशानी

हॉस्पिटल में एमआरआई नहीं होने से मरीजों को बाहर ले जाना पड़ रहा है। इससे उन्हें लाने और ले जाने में परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वैसे मरीज जो चलने की हालत में हैं, उन्हें टेस्ट के लिए बाहर ले जाने में ज्यादा परेशानी तो नहीं होती, लेकिन जिनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। जो चलने-फिरने में असमर्थ हैं। उन्हें एमआरआई टेस्ट के लिए बाहर स्ट्रेचर पर लाद कर ले जाना पड़ रहा है। इसमें मरीज के परिजनों की हालत खस्ता हो रही है।

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परिजनों ने बताई परेशानी

हॉस्पिटल में एमआरआई टेस्ट नहीं हो रहा है। पूछने पर मालूम हुआ कि चार-पांच दिनों से मशीन खराब पड़ी है। कब तक इसे ठीक किया जाएगा यह बताने वाला कोई नहीं है। बाहर टेस्ट कराने में अधिक पैसा लगेगा। ऐसे में हमलोगों के पास इंतजार के सिवा कोई और चारा नहीं है।

-राजीव

मरीज को बार-बार लाने में परेशानी होती है। यहां पहुंचने पर मालूम हुआ कि मशीन अब तक नहीं बनी है। ऐसे में डॉक्टर ने बाहर से टेस्ट कराने को कहा है, जिसमें भ्भ् सौ रुपए का खर्च आएगा। हम गरीब लोग हैं, इतना पैसा कहां से लाएंगे। अब तो सोमवार तक इंतजार ही करना एकमात्र उपाय दिख रहा है

सूर्यदेव

रिम्स के डायरेक्टर डॉ। एसके चौधरी से सीधी बातचीत

सवाल : एमआरआई मशीन क्भ् दिनों से खराब पड़ी है?

जवाब : हां, इसकी जानकारी मुझे मिली है। इसके लिए इंजीनियरों को बुलाया गया है। कंपनी से सामान मंगाया जा रहा है।

सवाल : मरीजों को काफी परेशानी हो रही है?

जवाब : मशीन ठीक करने का काम चल रहा है। एक-दो दिनों में मशीन ठीक हो जाएगी।

Posted By: Inextlive