RANCHI:रांची नगर निगम ने सिटी को क्लीन रखने के लिए फाइव स्टार प्रोग्राम तैयार किया है। इसमें सड़कों की सफाई के साथ ही नालियों पर भी फोकस होगा। साथ ही कचरे के डिस्पोजल से लेकर वेस्ट कलेक्शन के लिए भी अलग से मैकेनिज्म डेवलप किया जाएगा।

किराए पर गाडि़यां ली जाएंगी

शहर को साफ रखने के लिए रांची नगर निगम हर दिन कोई न कोई नई पहल कर रहा है। अभी शहर में जिन इलाकों में कचरे का अंबार है और छोटी गाडि़यों से उन्हें हटाया नहीं जा पा रहा है, वहां बड़ी गाडि़यों से सफाई होगी। इसके लिए रांची नगर निगम प्राइवेट एजेंसी से डंफर, डोजर, जेसीबी लेने की तैयारी कर रहा है। अभी नगर निगम के पास 300 गाडि़यां है, जिसमें अधिकतर छोटी ही है। बहुत जगह नाला और कॉलोनी में जहां कचरे का अंबार लगा रहता है वहां छोटी गाडि़यों से कचरा उठाना संभव नहीं होता है। इसलिए रांची नगर निगम अब प्राइवेट एजेंसी से बड़ी गाडि़यों को हायर करके शहर को साफ रखने पर काम कर रहा है।

बड़ी संख्या में गाडि़यां खराब

शहर को साफ सुथरा रखने और कचरा हटाने के लिए रांची नगर निगम के पास करीब 300 गाडि़यां है। इनमें से बहुत सारी गाडि़यां खराब भी रहती है। इसमें अधिकतर ट्रैक्टर, ट्रॉली और छोटी गाडि़यां हैं। किसी-किसी इलाके में बहुत अधिक कचरा जमा हो जाता है, जहां से छोटी गाडि़यों से हटाना संभव नहीं होता है। इसलिए रांची नगर निगम जेसीबी हाईवा जैसी बड़ी गाडि़यों को भाड़े पर ले कर कचरा हटाने का प्रबंध कर रहा है।

वेस्ट कलेक्शन डिस्पोजल की भी तैयारी

रांची नगर निगम सिटी को चमकाने की कोशिश में जुटा है। अब निगम ने सिटी को चकाचक बनाने की पहल कर दी है। ऐसे में राजधानी को गंदगी से राहत मिल जाएगी। वहीं पूरी सिटी भी चकाचक नजर आने लगेगी। नगर निगम ने वेस्ट कलेक्शन से लेकर डिस्पोजल तक का रोडमैप तैयार कर लिया है। इतना ही नहीं, इस काम के लिए तीन एजेंसियां भी फाइनल कर दी गई हैं, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था पहले से ज्यादा दुरुस्त हो जाएगी। वहीं लोगों को कचरा देखने को भी नहीं मिलेगा।

सीडीसी करेगी डोर टू डोर कलेक्शन

सेंटर फॉर डेवलपमेंट कम्युनिकेशन (सीडीसी) को डोर टू डोर कलेक्शन के लिए टेंडर के माध्यम से चुना गया। निगम ने तीन कैटेगरी में टेंडर निकाला था, जिसमें डोर टू डोर कलेक्शन, वेस्ट ट्रांसफर और वेस्ट डिस्पोजल के लिए एजेंसियों को आमंत्रित किया गया था। इसमें सेंटर फॉर डेवलपमेंट कम्युनिकेशन को फाइनल कर दिया गया। एग्रीमेंट की प्रक्त्रिया भी लास्ट फेज में है, जिसके बाद लोगों के घरों से कलेक्शन का काम एजेंसी शुरू कर देगी। इसके अलावा हर जगह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस इंस्टाल की जाएगी।

डंपिंग यार्ड कचरा ले जाएगी जोनटा

सिटी में एमटीएस तक कचरा लाने का काम कलेक्शन एजेंसी सीडीसी करेगी। इसके बाद एमटीएस से डंपिंग यार्ड तक वेस्ट पहुंचाने के लिए जोनटा कंपनी को सेलेक्ट किया गया है। यह सिटी के सभी एमटीएस में जमा कचरा को हूक लोडर से लेकर डंपिंग यार्ड तक पहुंचाएगी, जिससे कि कहीं भी कचरा रास्ते में नहीं गिरेगा और सुरक्षित यार्ड तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा रास्ते में लोगों को दुर्गध भी नहीं मिलेगी।

वेस्ट डिस्पोजल कर गैस बनाएगी गेल

राजधानी से 14 किलोमीटर दूरी पर नगर निगम ने झिरी में कचरा डंपिंग यार्ड बनाया है। जहां पर सालों से कूड़े का पहाड़ खड़ा हो गया है। वहां पर गेल इंडिया ने वेस्ट के डिस्पोजल से गैस बनाने में इंटरेस्ट दिखाया है। जिसकी प्रक्रिया भी फाइनल स्टेज में ही है। साथ ही संभावना जताई जा रही है कि अगले साल की शुरुआत में वेस्ट से गैस बनाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। गैस की सप्लाई भी वहीं से शहर में शुरू की जाएगी।

नालियों पर फोकस होगा नगर निगम का

सिटी में सफाई का काम अब प्राइवेट एजेंसी के हाथ में होगा। वहीं मुख्य सड़कों की सफाई मेकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन से कराई जाएगी, जिससे कि नगर निगम के पास एक्सट्रा काम का लोड नहीं होगा। ऐसी स्थिति में नगर निगम कनेक्टिंग रोड में सफाई पर फोकस करेगा। वहीं सिटी की नालियों पर पूरा फोकस होगा। इससे लोगों को भी शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।

क्या-क्या होगा इस प्रोग्राम के तहत

1. डंपर, डोजर और जेसीबी किराए पर लिए जाएंगे।

2. वेस्ट डिस्पोजल के लिए तीन एजेंसियों का चयन।

3. एमटीएस से डंपिंग यार्ड तक वेस्ट पहुंचाने की जिम्मेवारी जोनटा को।

4. झिरी में वेस्ट से गैस बनाने के लिए गेल इंडिया से करार।

5. नालियों की सफाई पर पूरा फोकस होगा, मैनपावर बढ़ेगा।

Posted By: Inextlive