भारी बारिश से गिरी दीवार, पिता और मासूम बेटे की दबकर मौत

रांची में यास चक्रवात ने दो की जान ले ली। झोपड़ी की दीवार गिरने से पिता-पुत्र की मौत हो गई। पिता 25 वर्ष तो बच्चे की उम्र महज एक साल थी। मामला जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के साइट 5 बांग्ला स्कूल के समीप का है। दरअसल, 24 घंटे से भी अधिक समय से लगातार बारिश हो रही थी। बांग्ला स्कूल के समीप रहने वाले शंकर पांडेय पत्नी व बच्चे के साथ बुधवार की रात खाना खाकर अपने घर में सोए हुए थे। सुबह 6 बजे उनकी पत्नी उठकर अपने घर के काम में लग गई। लेकिन पिता-पुत्र जहां पर सोए हुए थे तभी ये हादसा हुआ। इधर, मामले की जानकारी मिलने पर पीसीआर मौके पर पहुंची और दोनों को रिम्स ले गई। जहां पर डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि शंकर पांडेय की स्थिति आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। ऑटो चलाकर अपना व अपने परिवार का गुजर-बसर करता था। घटना से आसपास के लोग गमगीन हैं।

आज से मिलेगी राहत

मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य में शुक्रवार को चक्रवात के उत्तरी जिलों की तरफ बढ़ते हुए कमजोर होने की आशंका है। इस बीच रांची, लातेहार, गढ़वा, पलामू, रांची, कोडरमा, खूंटी, बोकारो, रामगढ़ और हजारीबाग में कुछ-कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। वहीं दक्षिणी जिले के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सराकेला-खरसावां और सिमडेगा में मुख्य रूप से मौसम साफ रहेगा। हालांकि कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है। इसके साथ ही 30-40 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है।

आज से चढ़ेगा पारा

उन्होंने बताया कि शुक्रवार से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी फिर से शुरू होगी। दिन में राजधानी के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में सबसे ज्यादा तापमान साहिबगंज का 33.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं राज्य में सबसे कम तापमान चाईबासा का 20.2 डिग्री रिकार्ड किया गया।

31 तक पहुंच सकता है मानसून

मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि इस वर्ष मानसून अपने सही समय पर 31 मई तक केरल में दस्तक दे सकता है। उन्होंने बताया कि मानसून के देश में आने के लिए बहुत अनुकूल स्थिति बन रही है। राज्य में इस वर्ष भी पिछले वर्ष की तरह मानसून के बेहतर आने की संभावना है।

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लगातार बारिश से उफनाई नदियां, टूटे पुल

- रांची के तमाड़ में पुल ध्वस्त हुआ

रांची : चक्रवात यास के कारण झारखंड के प्राय: सभी जिलों में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बारिश होती रही। इससे कई नदियां उफान पर पहुंच गई हैं। पुल व पुलिया डूब गए हैं। कई जगह कच्चे घर व पेड़ गिर गए हैं। तीन लोगों की मौत हो गई है। खेतों में जलजमाव से सब्जियों को नुकसान हुआ है। जेठ के पहले दिन सावन व भादो का नजारा दिखा।

तमाड़ व खलारी में टूटा पुल

रांची जिले के तमाड़ में बारिश से कांची नदी पर बना पुल टूट गया है। आठ करोड़ की लागत से महज तीन वर्ष पूर्व बने इस पुल का उद्घाटन भी नहीं हुआ था। वहीं खलारी में भी एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। कोडरमा जिले के मदनगुंडी गांव में दीवार गिरने से आठ साल की एक बच्ची की मौत हो गई है। वहीं, सरायकेला खरसावां जिले में 30 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार बारिश से सारी नदियां उफना गई हैं। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। कई पुल व पुलिया डूब गए हैं, जिससे आवागमन बाधित हो गया है। सरायकेला व खरसावां को जोड़ने वाली गोविंदपुर पुलिया पर करीब सात फीट पानी बह रहा है। सरायकेला और राजनगर को जोड़ने वाले तितिरविला पुल पर भी पानी बह रहा है। अगर नदी के जलस्तर में और बढ़ोतरी हुई तो कई और महत्वपूर्ण पुल डूब सकते हैं। हजारीबाग के टाटीझरिया के खंभवा बांध की मेड़ में दरार पड़ गई है। बिजली आपूर्ति भी प्रभावित है।

Posted By: Inextlive