मनडे का दिन दिल्ली हाईकोर्ट के लिए एहम रहा. दिल्ली हाई कोर्ट को जस्टिस जी रोहिणी के रूप में अपनी पहली महिला चीफ जस्टिस मिली.


उपराज्यपाल ने दिलाई शपथमनडे को दिल्ली हाईकोर्ट में कुछ अलग ही हुआ. 58 वर्षीय जस्टिस रोहिणी ने दिल्ली हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस के रूप में पदभार संभाला. उन्हें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की मंजूरी मिलने के बाद इस पद पर नियुक्त किया गया है. जस्टिस रोहिणी को दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. पदभार संभालने के साथ ही वह दिल्ली हाईकोर्ट की पहली महिला चीफ जस्टिस बनी हैं. वहीं इससे पहले जस्टिस रोहिणी आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में जस्टिस थीं.अभी तक का सफर
जस्टिस रोहिणी दिल्ली हाईकोर्ट की दसवीं महिला जज और पहली महिला चीफ जस्टिस बनीं हैं. वह इस पद पर करीब चार सालों तक रहेंगी. उन्होंने उस्मानिया यूनीवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद आंध्र प्रदेश विश्वविद्यालय के लॉ कालेज से कानून की पढ़ाई की. इसके बाद 1980 में उन्होंने वकालत शुरू की. इसके बाद वह आंध्र प्रदेश राज्य बार काउंसिल की चेयरमेन भी चुनी गई. वर्ष 2001 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में अस्थायी न्यायाधीश के रूप में जस्टिस रोहिणी की नियुक्ति हुई थी. Hindi news from National news desk, inextlive

Posted By: Subhesh Sharma