भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह को भारतीय राजनीति का वो सफल चेहरा कहा जाता है जो राजनीतिज्ञ के तौर पर उतना कामयाब नहीं रहा जितना आर्थशास्त्री के तौर पर हुआ। उन्हें भरतीय अर्थशास्त्र के विकास और उदार अर्थनीति के प्रणेता के तौर पर पहचान मिली आज उनका जन्मदिन है और बधाई देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम और लोग हैं जो उन्हें भारतीय अर्थशास्त्र का फ्रीडम फाइटर मानते हैं।

जवाहर लाल नेहरू के बाद आता है मनमोहन सिंह का नाम
मनमोहन सिंह एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री हें जिनका नाम भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद उनकी बराबरी पर लिया जाता है क्योंकि नेहरू जी के बाद वही ऐसे प्रधानमंत्री हुए हैं जिन्होंने अपना पांच साल का एक सत्र पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार भी ये दायित्व पूरे पांच साल संभाला।
भारत के 13वें प्रधानमंत्री
संख्या क्रम की दृष्टि से मनमोहन सिंह भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले 13वें शख्स थे।
अर्थशास्त्री के तौर पर सम्मान
मनमोहन सिंह को उनके राजनीतिज्ञ निर्णयों के लिए लिए नहीं बल्कि उनके आर्थिक सुधारों और और देश की अर्थनीति में क्रांतिकारी परिर्वतनों के लिए जाना जाता है। बतौर वित्तमंत्री और प्रधानमंत्री रहते हुए भी उन्होंने देश के आर्थिक विकास की दशा और दिशा तय की उसके लिए उन्हें भारत का आर्थिक स्वतंत्रता सेनानी भी कहा गया। 

मनमोहन सिंह का सफर

1957से 1965 - चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय में अध्यापक1969 से 1971 - दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रोफ़ेसर1976 - दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मानद प्रोफ़ेसर1982 से 1985 - भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर1985 से 1987 - योजना आयोग के उपाध्यक्ष1990 से 1991- भारतीय प्रधानमन्त्री के आर्थिक सलाहकार1991- नरसिंहराव के नेतृत्व वाली काँग्रेस सरकार में वित्त मन्त्री1991- असम से राज्यसभा के सदस्य1995 - दूसरी बार राज्यसभा सदस्य1996 - दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में मानद प्रोफ़ेसर1999 - दक्षिण दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हारे 2001- तीसरी बार राज्य सभा सदस्य और सदन में विपक्ष के नेता2004 - पहली बार भारत के प्रधानमन्त्री2009 - 2014 - दोबारा भारत के प्रधानमंत्री पंजाब के एक गांव से अपना जीवन शुरू करने वाले मनमोहन सिंह एक अध्यापक से राजनीति के शिखर पर पहुंचे। उन्होंने पंजाब के स्कूल में अपनी बेसिक शिक्षा प्राप्त की और अर्थशास्त्र का उच्च अध्ययन केंब्रिज यूनिवर्सिटी से किया। उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरूशरण कौर और तीन बेटियां हैं। हाल ही में उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थनीति पर सलाह लेने के लिए आमंत्रित किया था।  

पुरस्कार और सम्मान
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 1987 पद्य विभूषण से सममानित किया जा चुका है। इसके साथ ही 2002 में वे सर्वश्रेष्ठ सांसद चुने गए। फिर 1995 में इण्डियन साइंस कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार से सम्मानित हुए। 1993 और 1994 का एशिया मनी अवार्ड फॉर फाइनेन्स मिनिस्टर आफ द ईयर मिला। 1994 का यूरो मनी अवार्ड फॉर द फाइनेन्स मिनिस्टर आफ़ द ईयर दिया गया। 1956 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के एडम स्मिथ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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Posted By: Molly Seth