माइक्रोसॉफ्ट ने सैमसंग को अदालत में घसीटा
सैमसंग नही कर रही पेमेंट
माइक्रोसॉफ्ट ने सैमसंग के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपने प्रॉडक्ट्स में जो टेक्नोलॉजी यूज कर रही है उस पर माइक्रोसॉफ्ट का अधिकार है. इसलिए इस टेक्नोलॉजी के प्रयोग के लिए जरूरी भुगतान करना चाहिए या फिर अपने प्रॉडक्ट्स में इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए.
सैमसंग ने किया था इंकार
नोकिया को खरीदने के बाद जब माइक्रोसॉफ्ट ने स्मार्टफोन बाजार में कदम रखा तब माइक्रोसॉफ्ट ने सैमसंग से उसके अधिकार वाली टेक्नोलॉजी के लिए करार करने को कहा था जिससे सैमसंग ने इंकार कर दिया था. गौरतलब है कि न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह आरोप लगाया गया है कि सैमसंग इस टेक्नोलॉजी को अपनी स्मार्टफोन और टैबलेट डिवाइसों में यूज कर रही है.
सैमसंग देगी जवाब
इस मामले में सैमसंग के प्रवक्ता ने एक न्यूज एजेंसी से कहा है कि वह इस लॉ सूट अच्छी तरह से रिव्यू करने के बाद ही आगे के कदमों के बारे में फैसला करेगी.
फिर फसा एंड्रॉयड का पेच
सैमसंग अपनी स्मार्टफोन डिवाइसों में एंड्रॉयड यूज करने की वजह से पहले भी कई बार कोर्ट केस का सामना कर चुकी है. इस बार भी माइक्रोसॉफ्ट ने इस कोरियाई कंपनी पर एंड्रॉयड फोन में एक वेब ब्राउजर में मल्टीपल विंडोज दिखाने वाली टेक्नोलॉजी को लेकर केस किया है. गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट के मार्केट में आने से पहले वर्ष 2011 में सैमसंग ने अपनी हर एंड्रॉयड डिवाइस और टैबलेट के ऊपर माइक्रोसॉफ्ट को एक सर्टेन अमाउंट देना तय किया था जिसे सैमसंग ने पिछले साल तोड़ दिया.