Nepal earthquake: भूकंप के दौरान कुमारी देवी ने ये कहा... मंदिर झटकों से हिला पर नहीं गिरा
घर वाले हो गए हैरान
25 तारीख को जहां पूरा काठमांडू भूकंप की चपेट में आ चुका था, वहीं एक ऐसी भी जगह थी जोकि पूरी तरह से सुरक्षित रही. यह जगह थी पाटन की एक बिल्िडंग. 7 साल की Yunika Bajracharya पाटन की कुमारी देवी के नाम से प्रचलित हैं. जिनका मंदिर पूरी तरह सुरक्षित है. नेपाल में भूकंप आते ही वहां मौजूद कुमारी देवी के घरवाले बाहर भागने लगे. लेकिन कुमारी देवी ने उन्हें रोक लिया. भूकंप की वजह से काफी दहशत में आए कुमारी देवी के पिता रमेश ने बताया कि, जैसे ही भूकंप के झटके लगे, तो हम सभी बिल्िडंग से बाहर भागने लगे, तभी कुमारी देवी ने कहा कि रुक जाओ, इस बिल्िडंग को कोई नुकसान नहीं होगा. और बिल्िडंग अभी भी सही सलामत है.
कौन हैं कुमारी देवी
नेपाल में Living Goddess यानी कि जीवित देवी की काफी मान्यता है. स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह जीवित देवियां आपदाओं में उनका साथ देती हैं. वैसे यह मान्यता काफी पुरानी है, जिसकी शुरुआत 17वीं शताब्दी से मानी जा रही. नेपाल निवासी छोटी बच्चियों को देवी के रूप में मानते हैं. लोग उनको मंदिर में बैठाकर पूजा भी करते हैं. यह देवियां शाक्य या बज्रचार्य जाति की होती हैं. जिन्हें नेपाल की नेवारी कम्यूनिटी से पहचाना जाता है. यह कई तरह की होती हैं, यानी कि काठमांडू में एक रॉयल कुमारी होंगी, जो सबसे मुख्य मानी जाती हैं. जबकि दूसरे नंबर पर आती हैं कुमारी देवी.
Courtesy : nepalitimes