- इंटरडिसिप्लनरी रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए BHU की एक खास पहल

- विभिन्न सब्जेक्ट्स में रिसर्च के क्षेत्र तलाशने के लिए बनेगी कमेटी

- रिसर्च को प्रमोट करने के लिए देश-विदेश की यूनिवर्सिटीज व फेमस इंस्टीट्यूट्स के साथ साइन होंगे MOU

VARANASI:

महामना पं। मदन मोहन मालवीय का बीएचयू स्थापना का उद्देश्य ऐसे शिक्षित नागरिक तैयार करना था जिनका ज्ञान लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के काम आ सके। बीएचयू से ऐसे बहुत से साइंटिस्ट्स निकले हैं ंिजन्होंने अपने शानदार रिसर्च के जरिये सोसाइटी की बेहतरी में अमूल्य योगदयान दिया है। लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे विषय हैं जिनमें रिसर्च की अपार संभावनाएं और ये रिसर्च लोकापयोगी भी हो सकते हैं। बीएचयू ने ऐसे रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना तैयार की है। जी हां, रिसर्च की इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन ने एक ऐसी कमेटी बनाने की कवायद की है जो विभिन्न विषयों में रिसर्च करने की राह तलाशेगी और उस रिसर्च को करने में बेहतर फैसिलिटीज भी मुहैया कराएगी।

प्रमोट किया जाएगा रिसर्च

बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी का मानना है कि भले ही कुछ नया न किया जाये लेकिन रिसर्च जरूर होने चाहिए। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए कमेटी का गठन किये जाने की योजना है। बीएचयू में इंटरडिसिप्लीनरी रिसर्च को प्रमोट करने में भी यह कमेटी मेजर रोज प्ले करेगी। कमेटी में विभिन्न विषयों के एक्सप‌र्ट्स शामिल होंगे। जो अपने विषय के साथ-साथ अन्य सब्जेक्ट्स में भी रिसर्च की पृष्ठभूमि तैयार करेंगे। विभिन्न विषयों के वैज्ञानिक जब साथ मिल कर बैठेंगे तब रिसर्च की नये-नये क्षेत्र सामने आयेंगे।

एक्सप‌र्ट्स के होंगे लेक्चर

रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए बीएचयू में विभिन्न विषयों की स्पेशल लेक्चर सीरीज ऑर्गनाइज होगी। जिसमें अपने-अपने विषयों के एक्सप‌र्ट्स को देश-विदेश से बुलाया जायेगा। रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए देश-विदेश की दूसरी यूनिवर्सिटीज व फेमस इंस्टीट्यूट्स के साथ एमओयू भी साइन किये जायेंगे। इसमें यह कोशिश रहेगी कि रिसर्च के क्षेत्र ऐसे हों जिनका सीधा लाभ लोगों तक पहुंचे।

Posted By: Inextlive