-अपनी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री डॉ। मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष को भूले श्रीप्रकाश जायसवाल

-शहर में जगह-जगह लगीं होर्डिग्स से गायब हैं इनके नाम और फोटो, लोगों का कहना, शायद कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी से डरे हैं श्रीप्रकाश

अपनी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री डॉ। मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष को भूले श्रीप्रकाश जायसवाल

-शहर में जगह-जगह लगीं होर्डिग्स से गायब हैं इनके नाम और फोटो, लोगों का कहना, शायद कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी से डरे हैं श्रीप्रकाश

KANPUR : kanpur@inext.co.in

KANPUR : इंसान चाहें कितने भी बड़े पद पर पहुंच जाए। उसको उन लोगों को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने उसको उस मुकाम तक पहुंचाया हो। भले ही समय कोई भी करवट बैठे। पर कानपुर के सांसद और देश के कोयला मंत्री जैसे बड़े पद पर होने के बाद भी श्रीप्रकाश जायसवाल शायद ये भूल गए हैं। शहर में जगह-जगह लगीं उनकी चुनावी होर्डिग्स पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम तक नहीं लिखा है । वरिष्ठ कांग्रेसियों का कहना है कि मंत्रीजी को ऐसा नहीं करना चाहिए। शायद वो इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं युवराज और कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का सहारा लेने से उनके वोट न कट जाएं?

फोटो तो छोडि़ए नाम तक नहीं

सपा, बसपा, आप या फिर कोई भी राजनीतिक दल हो उनके प्रत्याशी अपनी होर्डिग्स और बैनर्स में अपने सीनियर नेताओं के नाम और फोटो लगवाना नहीं भूलते हैं। क्योंकि उनको वो अपने आदर्श के रूप में पेश करते हैं। इसके अलावा ये बड़े नेताओं के साथ फोटो से स्थानीय नेता की लोकप्रियता और कद में वृद्धि होती है।

कांग्रेस का हर प्रत्याशी अपने बैनर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत की फोटो जरूर लगाता है। राहुल गांधी ही इस चुनाव में कांग्रेस का चेहरा हैं पर कानपुर नगर में ऐसा नहीं है।

शहर के सांसद और कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल ने राहुल और सोनिया का नाम तक अपनी होर्डिग्स में नहीं लिखवाया है फोटो तो बहुत दूर की बात है। अब सवाल ये है कि या तो केंद्रीय मंत्री अपने आप को उनसे भी बड़ा नेता मानते हैं या फिर वोट कटने के डर से उनको पूरी तरह भूल गए हैं।

तो फिर क्यों बुला रहे थे उनको

कानपुर नगर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार श्रीप्रकाश जायसवाल ने काफी पहले ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था पर उन्होंने अपने चुनाव क्षेत्र में एक भी रैली कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की नहीं की है। जबकि उन्हीं की पार्टी के अकबरपुर लोकसभा से प्रत्याशी राजाराम पाल ने नौबस्ता स्थित रेसकोर्स मैदान में राहुल गांधी की रैली कर चुके हैं। उस रैली में मंच से कोयला मंत्री ने दो बार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को शहर आने की बात कही थी। पर सवाल ये है कि जब शहर में लगीं होर्डिग्स में उनको सम्मान नहीं दिया तो फिर बुलाने से क्या होगा? कांग्रेस के लोगों का कहना है कि राहुल गांधी को वो बुलाने की कोशिश कर रहे हैं? अब कोशिश मन से कर रहे हैं कि यहां भी कोई 'खेल' है ये पता नहीं।

'डर रहे हैं मंत्रीजी'

श्रीप्रकाश जायसवाल अब तक तीन बार कानपुर के सांसद रहे चुके हैं और चौथी बार मैदान में हैं। लेकिन पिछले तीन बार तो उन्होंने ऐसा नहीं किया कि सोनिया गांधी की फोटो बैनर से गायब कर दें। लोगों का कहना है कि इस बार कांग्रेस की छवि जो बनी है उससे मंत्रीजी डरे हुए हैं कि कहीं कांग्रेस के बडे़ नेताओं का सहारा लेने से उनके वोट न कट जाएं। पुराने कांग्रेसी भी इससे सहमत हैं। कांग्रेस के ही नेता बताते हैं कि श्री प्रकाश जयसवाल अपने दम पर वोट मांग रहे हैं क्योंकि उन्हें पार्टी की लोकप्रियता पर भरोसा नहीं रहा।

Posted By: Inextlive