अब ईपीएफओ बनेगा यूआईडीएआई का पंजीयक
ऑनलाइन पीएफ निपटान भी शामिल
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ चाहता है कि 4.2 करोड़ यूनिवर्सल पीएफ खाता नंबरों को वह अपने अंशधारकों के आधार नंबर के साथ जोड़ना चाहता है. इपीएफओ को उम्मीद है यह एक बेहतर स्कीम साबित होगी. आधार को यूएएन के साथ जोड़ने से वह अंशधारकों को तत्काल आधार पर सेवाओं की डिलीवरी में सुधार कर सकेगा जिसमें पीएफ दावों का ऑनलाइन निपटान भी शामिल है और इससे कई तरह की समस्याएं सुलझ जाएंगी.
आधार नंबर जोड़ने की दर है कम
इस स्कीम के तहत आधार नंबरों को यूएएन के डेटाबेस के साथ जोड़ने के लिए ईपीएफओ व यूआईडीएआई की बैठक हुई. जिसमें में यूआईडीएआई के महानिदेशक व मिशन निदेशक विजय एस. मदन व ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त केके जालान मौजूद रहे. बैठक में यह फैसला किया गया कि ईपीएफओ एक पंजीयक के रूप में काम करे और ऐसे अंशधारकों को सूची बनाए और उनका नामांकन करे जिन लोगों के पास अब तक आधार नंबर नही है. इसके साथ बैठक में यह भी सामने आया कि यूएएन कार्यक्रम के तहत यूएएन के डेटाबेस में आधार नंबर को जोड़ने की दर काफी कम है.