इराक से लेकर सीरिया तक आतंकी संगठन आईएसआईएस का आतंकी बरकरार है. उसकी बर्बरता भरी करतूतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. लगातार विदेशी पत्रकारों की निर्मम हत्या जारी है. न बच्चों पर और न ही औरतों पर इनको रहम आता है. अब तो इंसानों के बाद इन आईएसआईएस आतंकियों ने इल्म पर भी हमला बोलना शुरू कर दिया है.

आतंकियों ने शुरू किया नया काम
नाइजीरियाई आतंकी संगठन बोको हराम और तालिबानियों की तर्ज पर इस आतंकी संगठन ने भी अब पढ़ाई को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. इराक के मोसुल शहर पर कब्जा करने वाले इस्लामी स्टेट के इन आतंकियों ने अब शहर के पुस्तकालयों को निशाना बनाया है. खबर है कि इन लड़ाकों ने शहर के केंद्रीय पुस्तकालय से करीब दो हजार पुस्तकों को वहां से हटा दिया था. इसके बाद लाइब्रेरी में उन्होंने सिर्फ इस्लामी ग्रंथों को ही छोड़ा. दर्शन, संस्कृति, विज्ञान और अन्य विषय की किताबों को वे अपने साथ ही ले गये.
क्या कहा आतंकियों ने
इतना ही नहीं जाते हुये ये इस्लामी लड़ाके स्थानीय लोगों से कह गये कि इन किताबों से धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा मिला है, इसलिए अब इन सभी किताबों को जला दिया जायेगा. इसके बाद अब खबर आई है कि आईएसआईएस के आतंकियों ने किताबों को जलाना शुरू भी कर दिया है. वहीं दूसरी ओर अमेरिका की ओर से भी एक नई खबर सुनने को मिल रही है. अमेरिका की ओर से इस बात का दावा किया गया है कि उसने आईएसआईएस के लिये रासायनिक हथियार विशेषज्ञ की हैसियत से काम करने वाले आतंकी को मार दिया है. उसका नाम अबु मलिक था.
अमेरिका ने दी जानकारी
इसको लेकर अमेरिका ने जानकारी दी है कि इराक पर गठबंधन सेना के हवाई हमले में अबु मालिक को मार दिया गया है. अमेरिका ने इस बात का भी दावा किया है कि अबु मालिक के मारे जाने से आईएसआईएस के रासायनिक हथियार विकसित करने की क्षमता को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है. ऐसा भी माना जाता रहा है कि अबु मालिक सद्दाम हुसैन के समय से रासायनिक हथियारों को बनाने का काम करता आ रहा था. तब से उसके काम में और भी ज्यादा काबिलियत आ गई थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

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Posted By: Ruchi D Sharma