जी-20 शिखर सम्‍मेलन में शिरकत करने के लिये पीएम मोदी गुरुवार को ब्रिसबेन पहुंच गये हैं. इस दौरान मोदी ने देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धापूर्वक याद किया. हालांकि चाचा नेहरू जयंती पर मोदी ने बच्‍चों से भी मुलाकात की.

'मैं हू भाग्यशाली'
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'मैं भाग्यशाली हूं कि चाचा नेहरू के जन्मदिवस पर मैं बच्चों के साथ हूं.' आमतौर पर कुर्ता-जैकेट पहने दिखने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने बच्चों से मुलाकात के दौरान कमीज़ तथा पतलून पहनी हुई थी, और उन्होंने बच्चों को अपने साथ सेल्फी खींचने का मौका भी दिया. यूनिवर्सिटी में प्रदर्शित मशीन 'एग्रो रोबोट' पर लिखे एक संदेश के साथ प्रधानमंत्री को घेरे खड़े बच्चों के की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट किया है, "उन्होंने (मोदी ने) क्या लिखा है...? बच्चे यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि प्रधानमंत्री ने 'एग्रोबोट' पर क्या लिखा...?"

मोदी के अंदर बच्चे जैसी जिज्ञासा

पीएम मोदी ने इस दौरान विज्ञान, इंजीनियरिंग, गणित और प्रौद्योगिकी की डिजिटल शिक्षा में विश्व के एक सबसे बड़े केंद्र 'द क्यूब' के बारे में और अधिक जानने को भी उत्सुक नजर आए. यह यूनिवर्सिटी के गार्डन्स प्वाइंट परिसर में स्थित है. 'द क्यूब' हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं, विश्वविद्यालय के सदस्यों और आम लोगों के वैज्ञानिक अन्वेषण का केंद्र है. इससे पहले, पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनके प्रयासों एवं देश के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में उनकी भूमिका को याद किया. ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर गए मोदी ने ट्वीट किया, "आज हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती है... मेरी ओर से उनको श्रद्धांजलि..."
कांग्रेस लगाती रहती है आरोप
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "हम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पंडित नेहरू द्वारा किए गए प्रयासों और भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में उनकी भूमिका को याद करते हैं..." गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से मोदी पर आरोप लगाया जाता रहा है कि वह नेहरू को नजरअंदाज कर रहे हैं और महात्मा गांधी एवं सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता आंदोलन के नेताओं की विरासत को हथियाने का प्रयास कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने नेहरू की 125वीं जयंती की याद में हाल ही में एक आधिकारिक समिति का गठन किया था, जिसमें कांग्रेस के तीन नेताओं को सदस्य के रूप में शामिल किया गया, लेकिन नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य को इसमें जगह नहीं दी गई.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari