वित्त वर्ष 2012-13 के लिए शुक्रवार को लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी को शेक्सपीयर की मशहूर रचना 'हेमलेट' की याद आ गई. वित्त मंत्री के रूप में अपने काम को बेहद कठिन करार देते हुए कहा वित्त मंत्री का जीवन आसान नहीं है.


अपने काम की दुविधा की तुलना शेक्सपीयर के उपन्यास 'हेमलेट' में डेनमार्क के प्रिंस से करते हुए मुखर्जी ने कहा, "दयालु होने के लिए मुझे क्रूर बनना ही होगा."मुखर्जी के ऐसा कहते ही सदन में ठहाकों की आवाज गूंज पड़ी.

Posted By: Kushal Mishra