राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रविवार को स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम पहुंच गए. वह स्वीडन और बेलारूस की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. इस दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. इन देशों की भारत के किसी राष्ट्रपति की यह पहली यात्रा है.

स्वीडन पहुंचे प्रेसीडेंट मुखर्जी
आरलैंड एयरपोर्ट पहुंचने पर मुखर्जी की आगवानी राजकुमारी विक्टोरिया ने की. इसके बाद रॉयल म्यूज में उनका महाराज कार्ल सोलहवें गस्टाफ और महारानी सिलविया ने स्वागत किया. मुखर्जी के सम्मान में पारंपरिक स्वागत समारोह रॉयल पैलेस में आयोजित होगा. इसके पहले नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में मुखर्जी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने विदाई दी.

विपक्षी नेताओं से भी मिलेंगे राष्ट्रपति

स्वीडन की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान मुखर्जी महाराजा और महारानी के अलावा प्रधानमंत्री स्टीफन लिवेन, स्वीडिश संसद के स्पीकर और विपक्षी नेता अन्ना किनबर्ग से भी मुलाकात करेंगे. वह दुनिया के प्रसिद्ध चिकित्सा अनुसंधान केंद्र कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट और उप्साला यूनिवर्सिटी का भी दौरा करेंगे. यूरोप की सबसे पुरानी यह यूनिवर्सिटी 1477 में स्थापित हुई थी.

साभार: दैनिक जागरण

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Posted By: Prabha Punj Mishra