- राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में जांच करने पहुंची स्पेशल टीम

- लोगों ने टीम के साथ पहुंचे स्थानीय अधिकारियों का घेराव किया

- किशोरों की गुंडागर्दी से तंग आ चुके हैं आसपास रहने वाले लोग

MEERUT@inext.xo.in

Meerut: साहब ये किशोर नहीं, बल्कि डॉन हैं, हमें अपने घर के पास डॉन नहीं चाहिए। संप्रेक्षण गृह को यहां से दूसरी जगह शिफ्ट कर इनको यहां से भगाओ। रात को हमें बेमतलब गाली देते हैं, विरोध करने पर अभद्रता करते है। धमकी भी देते हैं। ऐसे में हम इस माहौल में नहीं रह सकते। हमारा जीना मुहाल कर दिया है।

पब्लिक हो गई तंग

राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह सूरजकुंड में बना हुआ है, जिसके आसपास दुकाने और घर बने हुए है। ऐसे में आए दिन होने वाले बवाल से यहां की पब्लिक काफी परेशान हो चुकी है। इतना ही नहीं यहां रहने वाले लोगों से अभद्रता की जाती है। शुक्रवार को जांच टीम ने राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में प्रवेश कर लिया, जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को लगी, तो वे मौके पर पहुंच गए। बाहर खड़े सिटी मजिस्ट्रेट को लोगों ने घेर लिया।

पुलिस से कहासुनी

जैसे ही संप्रेक्षण गृह से बाहर निकलकर अनाथालय में घुसी तो स्थानीय महिलाओं और पुरुषों ने अनाथालय में घुसकर अपनी मांग रखने का प्रयास किया, इस पर सिटी मजिस्ट्रेट सत्यप्रकाश राय और इंस्पेक्टर नौचंदी हरशरण शर्मा ने रोकने का प्रयास किया, जिसको लेकर पुलिस और महिलाओं में काफी कहासुनी हुई, बाहर आने के बाद अपनी मांग अधिकारियों के समक्ष लोगों ने रखी।

जीना मुहाल हो गया

लोगों का कहना था कि किशोर गृह की छत पर पहुंचकर अश्लील हरकत करते है। महिलाओं से अभद्र टिप्पणी कर नग्न हो जाते है। रात को शराब पीकर किशोर गृह की खिड़की से घरों में टार्च मारते है। शराब पीने के बाद बोतल को मकानों में फेंक देते हैं। कई बार हम लोगों के सिर में बोतल लगने से बाल-बाल बची है। विरोध करने पर छत पर चढ़कर पत्थर फेंक कर मारते है। रात को अश्लील गाने चलाकर आसपास के लोगों की नींद खराब करते है। इस तरह की गलत हरकतों के कारण महिला अपनी कालोनी और छत पर घूम भी नहीं पाती है।

इनसेट

राजनीति चमकाने पहुंचे भाजपाई

जब लोग किशोरों को यहां से हटाने की मांग कर रहे थे तो दूसरी ओर भाजपाई भी अपना नाम चमकाने के लिए पहुंच गए थे। भाजपा नेता सुरेश जैन रितु राज के नेतृत्व में पार्षद राजकुमार मुन्ना टीम के समक्ष पहुंचे, इस दौरान स्थानीय लोगों ने भाजपाईयों से कहा कि अब राजनीति चमकाने के लिए तुम आ गए, जब हमारे साथ किशोर अभद्रता और गलत हरकत करते है, तब आते नहीं है। भाजपाईयों को लेकर भी लोगों में आक्रोश था।

इन्होंने कहा

किशोरों ने हद पार कर रखी है। शराब पीकर बवाल काटते है, कभी सिपाही को मौत के घाट उतार देते है। यहां किशोर सुधरने की बजाय बल्कि बिगड़ रहे है। परिजनों ने अपने किशोरों को श्रेय दे रखी है, यह काफी गलत है।

-राजाराम, सूरजकुंड

किशोरों ने जीना मुहाल कर रखा है, यहां आए दिन किशोर बवाल काटते रहते है। यह सही नहीं है। इनके साथ सख्ती से पेश आना चाहिए और सुधार कार्यक्रम कराने चाहिए। परिजनों को भी इनको सुधारने के लिए अहम योगदान देना चाहिए।

-शिवा कौशिक, सूरजकुंड

Posted By: Inextlive