लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस को जिस तरह से करारी शिकस्‍त मिली उसके बाद तो राहुल गांधी को चारों तरफ से आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा. फिलहाल अब कुछ भी हो लेकिन राहुल गांधी का खालीपन दूर करने के लिये मोदी ने अपनी सरकार में उन्‍हें जिम्‍मेदारी सौंप दी है.

राहुल करेंगे काम
कांग्रेस के युवराज और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भले ही यूपीए सरकार में कोई काम न मिला हो, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद देश में आई नई भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राहुल को नई जिम्मेदारी सौंपी है. जी हां केंद्र की एनडीए सरकार में राहुल गांधी को नया काम मिल गया है.
समिति का सदस्य
खबरों के मुताबिक राहुल गांधी को विदेश मामलों की संसदीय समिति का सदस्य बनाया गया है. इससे पहले राहुल रक्षा और मानव संसाधन प्रबंधन पैनल के सदस्य रह चुके हैं. काफी लंबे समय के बाद संसद के दोनों सदनों के प्रिजाइडिंग अफसरों ने सोमवार को मंत्रालयों से संबंधित कई संसदीय समितियों का गठन किया गया. इस कमेटी में दोनों सदनों के सदस्यों को मिलाकर कुल 24 समितियां बनाई गई हैं. जिसमें से 8 समितियों के अध्यक्ष राज्यसभा से और 16 समितियों के अध्यक्ष लोकसभा से बनाये गये हैं.
राज्यसभा में कांग्रेस के 68 सदस्य
इस समिति में 31 सदस्य हैं, जिनमें से 21 सदस्य लोकसभा से और 10 राजयसभा के सदस्य हैं. राज्यसभा में कांग्रेस के 68 सदस्य हैं, इसलिये राज्यसभा वाली 8 समितियों में से 3 समितियों की अध्यक्षता कांग्रेस को मिली है. वहीं 2 की अध्यक्षता भाजपा, 1 बसपा, 1 तृणमूल कांग्रेस और 1 जदयू को मिली है. राज्यसभा के मुकाबले लोकसभा में बनीं 16 समितियों में कांग्रेस को केवल 2 समितियों की अध्यक्षता मिली है. वहीं भाजपा को सबसे अधिक 9 समितियों की अध्यक्षता करनी है.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari