रेल कर्मचारियों के कल्‍याण एवं उन्‍हें उचित सुविधायें प्रदान करने के इरादे से रेलवे ने मंगलवार को अपनी कई योजनाओं का एलान किया. रेल मंत्री ने रेलवे की एक अलग यूनिवर्सिटी खोलने की भी घोषणा की.


कर्मचारी हित निधि को बढ़ायारेल कर्मचारियों के कल्याण और उनकी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हुये रेल मंत्री ने मंगलवार को कर्मचारी हित निधि में इजाफा कर दिया. पहले जो प्रति व्यक्ति 500 रुपये का अंशदान मिलता था, उसको बढ़ाकर अब 800 रुपये करने का प्रस्ताव रखा गया है. रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने लोकसभा में साल 2014-15 का रेल बजट पेश करते हुये कहा कि 'मैं कर्मचारी हित निधि अंशदान को 800 रुपये करने का प्रस्ताव करता हूं.'रेलवे यूनिवर्सिटी बनाने की पहल


रेल मंत्री ने बजट पेश करते हुये कहा कि'मैं तकनीकी और गैर तकनीकी दोनों विषयों के लिये एक रेलवे यूनिवर्सिटी की स्थापना करने पर विचार कर रहा हूं.' उन्होंने कहा कि स्नातक स्तर पर रेलवे से संबंधित विषयों को चालू करने और कौशल विकास के लिये तकनीकी संस्थाओं के साथ समझौता किया जायेगा. मंत्री ने कहा भारतीय रेल में करीब 13 लाख 10 हजार कर्मचारी है, जिनमें से अधिकांश रेल सेवायें मुहैया कराने के लिये कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं. मेरा यह कर्तव्य है कि उन्हें पर्याप्त सुविधा मिले सके. अस्पतालों का एकीकरण

रेल मंत्री ने कहा कि सभी स्वास्थ्य इकाइयों, मंडल स्तर के अस्पतालों और सेंट्रल अस्पतालों के साथ-साथ पैनलबद्ध अस्पतालों को एकीकृत करने के लिये अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली का इस्तेमाल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि लोको केबिनों में वातानुकूलन की व्यवस्था करने की जांच करायी जायेगी.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari