बिहार के कुछ ज़िलों में अफ़वाह फैली कि गुजरात से नमक की आपूर्ति बंद हो गई है इसलिए अब बाज़ार में नमक की कमी होने वाली है.


फिर क्या था, अफवाहों के बाद नमक का भाव कई जिलों में इस क़दर बढ़ा कि ये सौ रुपए प्रति किलो का भाव भी पार कर गया. इतना ही नहीं कहीं-कहीं तो नमक को लेकर व्यापारियों और आम लोगों में झड़पें भी हुईं. गुरुवार को भागलपुर, लखीसराय समेत कई जिलों में लोग सड़कों पर भी उतर गए.हालांकि शुक्रवार को स्थिति में कुछ सुधार आया. राज्य के खाद्य और आपूर्ति विभाग के प्रधान सचिव शिशिर सिनहा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अफ़वाह फैलाने के आरोप में राज्य के ग्यारह ज़िलों में 15 एफ़आईआर दर्ज किए गए हैं और 21 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.शिशिर सिनहा के मुताबिक सबसे ज़्यादा पांच लोगों को बेगूसराय ज़िले में गिरफ़्तार किया गया है जबकि पश्चिमी चंपारण में चार, पूर्वी चंपारण और पूर्णिया ज़िलों से तीन-तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.अफ़वाह
नमक की आपूर्ति बंद होने की अफ़वाह के चलते लोग नमक खरीदने के लिए उमड़ पड़े


नमक संबंधी अफवाहों का व्यापक असर भागलपुर जिले में भी देखा गया. इस संबंध में स्थानीय पत्रकार सुनील कुमार ने बताया, ‘भागलपुर में लोग अफवाह का शिकार होकर गुरुवार को दिन भर नमक स्टॉक करने में लगे रहे. कई लोगों ने तो 10 से 20 किलो तक नमक की खरीदारी की.शहर के नाथनगर इलाके में इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों ने कुछ समय के लिए एनएच-80 पर स्थित मदनीनगर चैक को जाम कर दिया. शहर के चंपानगर, मदनीनगर व आसपास के इलाके में तो दोपहर बाद नमक 150 रुपए किलो तक बिका.वहीं बेगूसराय से प्राप्त सूचना के मुताबिक बुधवार की रात से ही जिले के कई क्षेत्रों में नमक को लेकर मारामारी शुरू हो गई थी और गुरुवार की सुबह होते ही चारों तरफ नमक को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हो गया.बेगूसराय के स्थानीय पत्रकार शशि रंजन ने बताया कि उफवाह का एक असर यह भी देखने को मिला कि कल तक जो दुकानदार नमक का बोरा दुकान बंद करने के बाद भी बाहर छोड़ जाते थे, वे इसकी मांग बढ़ते ही गुरुवार को इसे दुकान के अंदर सुरक्षित करना नहीं भूले.गौरतलब है कि इसके पहले सोमवार को ओडि़शा के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने इस अफवाह के बाद अफरा-तफरी में नमक खरीदना शुरू कर दिया था कि यह भी आलू की तरह बाजार से गायब हो जाएगा. इससे वहां नमक की कीमत बढ़कर 60 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh