रूसी समाचार एजेंसी ने दुनिया की सबसे खतरनाक महिला आतंकी समांथा लेथवेट के मारे जाने का दावा किया है. दुनियाभर में समांथा लेथवेट व्‍हाइट विडो के उपनाम से फेमस थी. समाचार एजेंसी के अनुसार रूसी एजेंट ने समांथा को दो हफ्ते पहले युक्रेन में मार गिराया है. इसके साथ ही पश्चिमी खुफिया एजेंसियों ने इस रिपोर्ट की असलियत खोजनी शुरू कर दी है.


मोस्ट वॉंटेड आंतकी समांथाकुछ महीने पहले आईएस से जुड़ी आतंकी समांथा लेथवेट का नाम दुनिया की खूंखार आतंकियों में शामिल किया जाता है. समांथा पहले से ब्रिटेन के मोस्टवांटेड आतंकियों की सूची में शामिल थी. लेकिन आइएस से जुड़ने के बाद वह आंतकी संगठन की सबसे ताकतवर महिला बन गई थी. गौरतलब है कि समांथा को आईएस के रक्का स्थित मुख्यालय पर महिलाओं और ब्रिटिश युवाओं को ट्रेनिंग देते देखा गया था.रूसी जासूस ने मार गिराया
रूसी समाचार एजेंसी रेग्नम के मुताबिक समांथा को ब्रिटेन, अमेरिका और केन्याई एजेंसियां एक लंबे वक्त से तलाश रहीं थी. लेकिन व्हाइट विडो के नाम से कुख्यात आतंकी किसी के हाथ नही आई. दरअसल समांथा यूक्रेन की बटालियन की ओर से लड़ रही थी तभी एक रूसी एजेंट ने व्हाइट विडो को मौत के घाट उतार दिया. गौरतलब है कि व्हाइट विडो पर 10 लाख डॉलर का इनाम घोषित था और इस आतंकी ने सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए प्लास्टिक सर्जरी भी करा ली थी. समांथा का पति भी था आतंकी


ब्रिटिश नागरिक समांथा का नाम सबसे पहले साल 2013 में नैरोबी के एक मॉल पर हुए आतंकी हमले में सामने आया था. इस हमले के लिए समांथा को जिम्मेदार ठहराया गया था. गौरतलब है कि समांथा जर्मेन लिंडसे की विडो है जिसने साल 2005 में लंदन में आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था. जर्मेन के आत्मघाती हमले के बाद से समांथा का कोई पता नही था. लेकिन 2011 में समांथा के सोमालियन आतंकी संगठन अल-शबाब से जुड़ने की खबर सामने आई थी.

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Posted By: Prabha Punj Mishra