-पेट्रोल चालित ड्रोन एक बार में 10 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट का घोल लेकर आधे घंटे तक भर रहा उड़ान

-जहां नहीं पहुंचे कर्मचारी, वहां पहुंचेगा ड्रोन

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस को हराने के लिए वाराणसी जिला प्रशासन मुस्तैदी के साथ पूरे जनपद में लगा हुआ है। कोरोना वायरस के संक्रमण और उससे बचाव के लिए शनिवार को नगर निगम के कोविड-19 के आपातकालीन ड्रोन दस्ते ने शहर के हॉटस्पॉट इलाके मदनपुरा में ड्रोन गरुड़ उड़ाकर सेनेटाइजेशन का कार्य शुरू किया। इसके साथ बजरडीहा, नक्खीघाट एरिया में भी 'गरुड़' उड़ाया गया।

गोदौलिया चौराहे पर शनिवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल की मौजूदगी में मदनपुरा हॉटस्पॉट क्षेत्र में गरुण ड्रोन से सेनेटाइजेशन किया गया। इसके बाद गरुड़ ड्रोन से बजरडीहा, गंगापुर, लोहता और नक्खीघाट को सेनेटाइज किया गया। उन्होंने बताया कि पेट्रोल से चलने वाला ड्रोन एक बार में 10 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट का घोल लेकर आधे घंटे उड़ान भरेगा। हवाई मार्ग से सेनेटाइजेश के लिए नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड और गरुड़ एयरोस्पेस चेन्नई के बीच करार हुआ है। ड्रोन से प्रभावित क्षेत्रों में मैन पावर कम करके मैकेनिकल पावर बढ़ाकर काम कर पाएंगे। ड्रोन से हम उन एरिया को भी टच कर पाएंगे, जहां आसानी से इंसान नहीं जा पाता है और हम उन स्थानों को भी सेनिटाइज़ कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि रोज़ सुबह साढ़े 8 बजे से शाम के 6 बजे तक हम हॉटस्पॉट एरिया और बफर ज़ोन को सेनेटाइजेश कार्य किया जाएगा।

नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि ड्रोन गरुड़ से हॉटस्पॉट के अलावा क्वारंटाइन सेंटर, शेल्टर होम और आइसोलेशन वॉर्ड में भी सेनेटाइजेशन का कार्य किया जाएगा। यह मैकेनिकल प्रोजेक्ट है। इसलिए हमारी कार्यदायी संस्था के सात व्यक्ति इसमें मौजूद रहेंगे। नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी एरिया मैपिंग के लिए साथ में मौजूद रहेंगे। इस ड्रोन गरुड़ का प्रति एकड़ 700 रूपये का खर्च है, जो इससे संबंधित कार्य के अन्य साधनों पर होने वाले व्यय का 20वां हिस्सा है। इससे हॉटस्पॉट एरियों का सेनेटाइज़ेशन दिन में दो बार करेंगे।

Posted By: Inextlive