इंडिया में भले ही हम आप 3जी और 4जी से ही वीडियो देखकर और फिल्म डाउनलोड करके खुद को भाग्यशाली मान रहे हों लेकिन जनाब चीन वाले तो इससे भी बहुत आगे पहुंचने वाले हैं। चाइनीज वैज्ञानिक लाई फाई नाम की फास्‍टेस्‍ट डाटा कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी डेवलप करने के लिए बहुत करीब पहुंच गए हैं। इस टेक्‍नोलॉजी में 50 गीगाबाइट प्रति सेकेंड की स्पीड से लोगों को इंटरनेट डाटा उपलब्ध कराया जा सकता है। क्या है यह टेक्नोलॉजी और हम तक कब पहुंचेगी? आइए जानते हैं।

वाईफाई तो हम सब जानते ही हैं जिसके द्वारा वायरलेस कम्युनिकेशन में इंटरनेट डाटा तमाम डिवाइसेस तक पहुंचाया जाता है।  अब ऐसा लगता है कि आने वाले कुछ सालों में LED बल्ब वाली टेक्नोलॉजी यानी लाई-फाई के द्वारा हमें मिलने वाले इंटरनेट डाटा की स्पीड जमीन से आसमान पर पहुंच जाएगी। ऐसा करने में चीन के वैज्ञानिकों का काफी योगदान होगा।


चीन के वैज्ञानिकों ने फास्टेस्ट वायरलेस कम्युनिकेशन सिस्टम को एक और ऊंचे पायदान पर लाने में एक नई सफलता हासिल की है। लाइट फिडेलिटी यानि Li-Fi के नाम से विकसित की जा रही यह टेक्नोलॉजी रेडियो चैनल बेस्ट वाई-फाई की तुलना में कुछ ज्यादा ही तेज होगी। LED बल्ब की विजुअल लाइट का यूज करने वाली इस टेक्नोलॉजी में Fcd यानी फ्लोरोसेंट कार्बन नैनोमटीरियल का इस्तेमाल किया जाएगा। चाइना के वैज्ञानिकों ने यही Fcd को सबसे पहले बनाने में सफलता पाई है।

 

चाइना में Li-Fi टेक्नोलॉजी को डेवलप करने वाली टीम के एक सीनियर मेंबर के हवाले से यह पता चला है कि दुनिया में इस समय तमाम देशों में वायरलेस कम्युनिकेशन की इस टेक्नोलॉजी पर काम चल रहा है। कई देश इस टेक्नोलॉजी को विकसित करने में सफल भी हो गए हैं लेकिन उसे बनाने और चलाने की लागत इतनी ज्यादा आ रही है कि उसे आम उपयोग में लाना लगभग इंपॉसिबल है। चाइना के वैज्ञानिकों ने इसी बात में बाजी मारी है। उन्होंने Li-Fi टेक्नोलॉजी में इस्तेमाल होने वाले रॉ मटीरियल के तौर पर कई दुर्लभ पदार्थों से मिलाकर एक Fcd बनाया है जिसके द्वारा इंटरनेट ट्रांसमीशन बहुत तेज गति से हो सकेगा।

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यह एक Fcd यानी फ्लोरोसेंट कार्बन नैनोमटीरियल जमीन से निकले कई दुर्लभ पदार्थों से मिलकर बनाया गया है। यह सस्ता सुरक्षित और स्पीड के मामले में जबरदस्त है। चाइना की इस रिसर्च टीम की मानें तो अगले 5 से 6 सालों में वाईफाई टेक्नोलॉजी के द्वारा लोगों को हाईएस्ट स्पीड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराई जा सकेगी। साल 2015 में चाइना की IT मिनिस्ट्री ने लाई-फाई टेक्नोलॉजी का एक डेमो दिया था। जिसमें बताया गया था कि इसके द्वारा 50 गीगाबाइट प्रति सेकंड की स्पीड से इसमें डाटा ट्रांसफर हो सकेगा। कहने का मतलब है लोग 1 सेकंड से भी कम समय में एक पूरी फिल्म डाउनलोड कर पाएंगे।


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यह बात सुनने में तो बहुत अच्छी लगती हैं कि एक सेकंड में। पर देखना यह है कि क्या यह फ्यूचर टेक्नोलमॉजी सच में  चाइना से लेकर दुनिया भर में इंटरनेट स्पीड को जमीन से आसमान पर पहुंचा पाती है या इतनी स्पीड के लिए हमें अभी हमें ज्यादा ही इंतजार करना पड़ेगा।

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Posted By: Chandramohan Mishra