तेज सोने, कमजोर रुपये और लुढ़कते शेयर बाजार में कैसे कमाएं
शेयर और रुपया दोनों लुढ़के, सोना तेजफॉरेन इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूशंस के मुनाफावसूली के कारण शेयर बाजार बुरी तरह लड़खड़ाते हुए 750 अंक तक लुढ़क कर बीएसई 19,000 अंक के स्तर से नीचे चला गया. जाहिर है प्रॉफिट बुकिंग के चक्कर में डॉलर के मुकाबले रुपये का संभलना काफी हद तक मुश्किल था. हुआ भी वही वह गिर कर अब तक के अपने सबसे निचले स्तर प्रति डॉलर 62 रुपये तक पहुंच गया. इधर त्योहारी सीजन होने के कारण सोने में लिवाली तेज हुई और यह 30 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया.शेयर मार्केट में वेट ऐंड वाच
यदि आपने शेयर मार्केट में इनवेस्ट किया है और आपका पोर्टफोलियो लॉस में है तो आप और खरीदारी करके पोर्टफोलियो बैलेंस कर सकते हैं. शेयर मार्केट में हमेशा लांग टर्म इनवेस्टमेंट प्लान करें. हर गिरावट पर खरीदारी करें और तेजी पर प्रॉफिट बुक करना कभी ना भूलें. बाजार गिरने पर जल्दबाजी में गिरे रेट पर शेयर कभी न बेचें. टाइम-टाइम पर अपने वित्तीय सलाहकार से मशविरा करते रहें. शेयर बाजार में एकसाथ प्रॉफिट बुकिंग करने की बजाए रुक-रुक पर प्रॉफिट बुक करने पर ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं. गिरा हुआ बाजार हमेशा निवेश के लिए बेहतर होता है. शेयर बाजार में एसआईपी के जरिए निवेश करना बेहतर होता है. शेयर के चुनाव में विशेषज्ञ से वित्तीय सलाह जरूर लें.सोने में निवेश सोच-समझ करत्योहारी खरीद के कारण सोना 30 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुका है. इसका ये मतलब नहीं कि आप कहीं और से इनवेस्टमेंट निकाल कर इसमें निवेश कर दीजिए. अभी इसमें गिरावट देखने को मिल सकती है. इसलिए सोने में निवेश करना ही है तो लंबे टाइम के लिए निवेश करें. वैसे दशहरा और दिवाली के फेस्टिव और सहालग सीजन के टाइम इसमें तेजी देखने को मिल सकती है. लेकिन बीच का टाइम रिस्कजोन है. फिलहाल करेंट टाइम में सोने में निवेश जोखिम भरा है. दूसरे शब्दों में कहें इस समय सोने में निवेश करना जुआ खेलना है. पक्के तौर पर शॉर्ट टर्म निवेश के लिए कुछ नहीं कहा जा सकता.डिस्क्लेमर: निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से मशविरा जरूर कर लें.