स्‍मार्टफोन और सेल्‍फी के इस युग में कब और क्‍या नया और हाईटेक आ जाएगा इसके बारे में आप इमेजिनेशन के घोड़े भी आसानी से नहीं दौड़ा सकते. कुछ इसी तरह जरा सोच कर देखिए कि आपकी तबियत ठीक नहीं है और फोन पर बताने पर आपका बॉस आपकी बात से संतुष्‍ट नहीं होता. तो लीजिए एक सेल्‍फी पिक अपने फोन से और भेज दीजिए उसे बॉस को. फ‍िर क्‍या है न बॉस की डपट न ईमेल या एप्‍लि‍केशन लिखने की झंझट. सेल्‍फी के इस युग में काश यह संभव हो जाए. बहरहाल यह भविष्‍य की सोच है लेकिन यह सोच इन दिनों चर्चा में है.

ट्विटर के sickselfies हैशटैग पर हुई शुरुआत
दरअसल, इस पूरे कवायद की शुरुआत सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर हुई है. यानी अगर आपकी तबीयत ठीक नहीं है तो अपने ऑफिस को बीमारी का सबूत देने के लिए सोशल साइट के अकाउंट से अपनी बीमारी की सेल्फी डालिए. अध्ययन के मुताबिक, ट्विटर के sickselfies हैशटैग पर बहुत से लोग अपनी बीमारी की तस्वीरें डाल रहे हैं.
सर्वे में मिला सबूत
सर्वे करने वाली वेब कूपन साइट वाउचरक्लाउड ने बताया कि sickselfies अपलोड करने का आम प्रयोजन अपने दोस्तों और सहकर्मियों को बीमारी का सबूत देना है. इसके तहत शोधकर्ताओं ने 18 से 45 साल तक की उम्र के 2,300 लोगों से पूछा कि वे सेल्फी कब और क्यों अपलोड करते हैं. लगभग आधे लोगों ने जवाब दिया कि वे बीमारी का नाटक करने के लिए तस्वीरें अपलोड करते हैं. शोधकर्ताओं ने बताया कि हर प्रतिभागी ने शोध से पहले शोधकर्ताओं को बताया था कि उनके पास कैमरे वाला स्मार्टफोन है और वे सोशल मीडिया खातों पर सक्रिय हैं.
19 फीसदी लोग बीमारी की खबर करते हैं साझा
शोध में पाया गया कि 19 फीसदी लोगों ने बीमारी की तस्वीरें यह दिखाने के लिए साझा की कि उनकी तबियत ठीक नहीं है. 41 फीसदी ने बताया कि उन्होंने सेल्फी अपने घर में लीं. लगभग 15 फीसदी लोगों ने कहा उन्होंने दोस्तों और प्रेमी की सहानुभूति पाने के लिए सेल्फी अपलोड की, जबकि 9 फीसदी लोग दोस्तों और फॉलोवर्स का ध्यान आकर्षित करना चाहते थे.

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Posted By: Ruchi D Sharma