-मंडलीय हॉस्पिटल में दिवाली की छुट्टी मना रहे हैं सफाईकर्मी, न्यू बिल्डिंग में जनरल वॉर्ड के टायलेट व वाशरूम हुए चोक

-हॉस्पिटल कैंपस में हर तरफ बजबजा रही है गंदगी, सांसत में मरीजों संग तीमारदार, बदबू से वॉर्ड में रहना हो रहा मुश्किल

VARANASI

एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा में सफाई कर्मी चार पांच दिन पहले से ही दिवाली की छुट्टी मना रहे हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अस्पताल में पांच दिनों से साफ-सफाई की व्यवस्था बेपटरी हो गई है। एक तरह जहां पूरे शहर में सफाई पर जोर दिया जा रहा है, वहीं इस हॉस्पिटल के कैंपस में गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है.आयुष विंग के पीछे बनी न्यू बिल्डिंग में वॉर्ड के टायलेट-वाशरूम चोक हो गये हैं, कूड़े का उठान नहीं हो पा रहा है। तीमारदारों का यह भी ब्लेम है कि दिन में सिर्फ एक बार ही झाड़ू लगाया जाता है।

जॉब चार्ट में सफाईकर्मी नदारद

न्यू बिल्डिंग के वॉर्ड नंबर चार में सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। सफाई को लेकर वॉर्ड के वाशरूम में लगाये गये जॉब चार्ट के अनुसार ख्ब् अक्टूबर के बाद टायलेट-वाशरूम में सफाई नहीं हुई है। क्योंकि सफाई के बाद जॉब चार्ट को अपटेड किया जाता है। वाशरूम के चेक लिस्ट के अनुसार एक दिन में तीन शिफ्ट्स में पांच बार सफाई करनी होती है, हर बार सफाई के बाद चेकलिस्ट को भरना होता है और उस पर सिग्नेचर करना होता है। दिन में आखिरी सफाई के बाद सुपरवाइजर अपना सिग्नेचर करता है। लेकिन यहां दिन में पांच बार तो छोडि़ये एक बार भी सफाई नहीं हो रही है।

डेंगू पाल रहा अस्पताल

मंडलीय हॉस्पिटल के आयुष विंग की छत पर टंकी का पानी लगातार रहता है। इससे छत पर पानी जमा हो गया है। आयुष विंग से सटी ही न्यू बिल्डिंग है जिसमें जनरल वॉर्ड है। बता दें कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही उत्पन्न होता है। वहीं परिसर में पानी जमा होने के कारण अन्य संक्रामक रोगों के भी फैलने की आशंका बढ़ गई है।

वॉर्ड के वाशरूम में साफ-सफाई बिल्कुल ध्वस्त है। बदबू की वजह से वॉर्ड में रहना मुश्किल हो रहा है। टॉयलेट जाने के लिए कई बार सोचना पड़ता है।

आफताब, कज्जाकपुरा

सफाईकर्मी सुबह एक बार सिर्फ वॉर्ड में झाड़ू लगाने आता है। उसके बाद सफाई नहीं होती। वाशरूम व टॉयलेट बहुत ही गंदा है।

किरन, पड़ाव

पूरा वॉर्ड बदबू कर रहा है, पग-पग पर गंदगी फैली हुई है। जब अस्पताल में इतनी गंदगी रहेगी तो फिर कैसे मरीज ठीक होगा।

मुहम्मद नसीम, पठानीटोला

वॉर्डो में हमेशा सफाई होती है, किसी भी वॉर्ड में गंदगी न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। सफाई करने वाली संस्था बाहर की है और उसे हमेशा फीडबैक दिया जाता है। यदि गंदगी है तो मरीज सीधे कम्प्लेन दर्ज करा सकते हैं।

डॉ। एससी सिंह

एसआईसी, एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल

मंडलीय हॉस्पिटल पर एक नजर

-कुल वॉर्ड क्ब्

-कुल बेड फ्क्म्

-मरीज लगभग फ्क्0 हैं एडमिट

-पूर्वाचल सहित बिहार से आते हैं यहां पेशेंट्स

-डेली बारह से पंद्रह सौ के बीच कटती है ओपीडी पर्ची।

-यहां हर जांच होती है फ्री

-एक दर्जन से अधिक चलते हैं ओपीडी

Posted By: Inextlive